
आतंकी घटनाओं के बीच जम्मू कश्मीर से बड़ी खबर सामने आ रही है। जानकारी मिल रही है कि चुनाव आयोग अगले हफ्ते कश्मीर में चुनाव की घोषणा कर सकता है। बताया जा रहा है कि 5 चरणों में वहां चुनाव कराए जा सकते हैं। इस हफ्ते के अंत तक चुनाव आयोग कंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ बैठक भी करेगा। जिसमें सुरक्षा को लेकर समीक्षा की जाएगी। इसके बाद ही तारीखों का ऐलान होगा। इसके पहले चुनाव आयोग का एक डेलीगेशन 8 से 10 अगस्त तक चुनाव की तैयारियों को लेकर जम्मू कश्मीर का दौरा कर चुका है। आखिरी बार जम्मू कश्मीर में चुनाव साल 2014 में जम्मू-कश्मीर में पांच चरणों में हुए थे।
ये जिले हैं सेंसिटिव
चुनाव आयोग का कहना है कि जम्मू कश्मीर में चुनाव कराया इतना आसान भी नहीं है। खासतौर पर उत्तरी कश्मीर के कुछ जिलों में ऐसा इसलिए क्योंकि हाल की आतंकी घटनाएं भी इन्हीं जगहों पर देखने को मिली थीं। घुसपैठ भी यहां ज्यादा देखने को मिलती है। इतना ही नहीं उत्तीर कश्मीर के बांदीपोरा, बडगाम, अनंतनाग समेत दूसरे जिले और जम्मू के कठुआ, सांबा, रियासी, जम्मू, उधमपुर जैसे जिलों को अति संवेदनशील बताया है।
चुनाव लड़ूंगा मरा नहीं हूं अभी- फारुक अब्दुल्लाह
नैशनल कॉन्फ्रैंस के सीनियर लीडर फारुक अब्दुल्लाह जम्मू के डोडा पहुंचे थे। यहां पर उन्होंने कहा कि जिस तरह की मौजूदा व्यवस्था है उसे देखकर उनके बेटे उमर अब्दुल्लाह चुनाव नहीं लड़ना चाहते। लेकिन वो चुनाव जरूर लड़ेंगे क्योंकि वो अभी जिंदा हैं। इतना ही नहीं उन्होंने बात ही बात में एक बड़ा दावा भी कर दिया। उन्होंने कहा अब उन्हें अल्लाह के अलावा किसी की जरूरत नहीं। वो अब अपने ही दम पर जम्मू कश्मीर में सरकार बनाएंगे।








