
रिपोर्ट- मनीष कुमार मिश्र
देवरिया जिले के कलेक्ट्रेट में स्थित एक ऐसा विभाग जो आज भी एक ऑफिस के लिए तरस रहा है और उसके कर्मचारी इस कड़ाके की ठंड में खुले आसमान के नीचे अपना टेबल और कुर्सी लगाकर काम करने को मजबूर है और ऑफिस का जरूरी कागजात एक जीर्ण-शीर्ण कमरे के फर्श पर फेंका गया है,सैकड़ों इस विभाग में काम करने वाले कर्माचारियों के भविष्य निधि के कागजात भी फेंके गए है और कंप्यूटर धूल फांक रहा है।

य़ह तस्वीर है देवरिया जिले के कलेक्ट्रेट परिसर के बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी कार्यालय का इस कार्यालय में आधा दर्जन से अधिक कर्मचारी अधिकारी कार्य करते हैं लेकिन इनको बैठने की कोई सुविधा नहीं है। इनको एक कमरा मुहैया जरूर कराया गया है लेकिन वह भी टूटे-फूटे अवस्था में है वहां ना तो बैठने की जगह है ना तो सामान रखने की।
आपको बता दें कि लगभग इस विभाग में सैकड़ों कर्मचारी काम करते हैं और उनके भविष्य निधि का कागजात और कई प्रमुख कागजात इस ऑफिस में कूड़े के ढेर बने हैं और यहां कर्मचारी जो काम करते हैं वह बाहर इस कड़ाके की ठंड में खुले आसमान के नीचे काम करने को मजबूर हैं। यहां जो महिला कर्मचारी काम करती हैं उनको तो और भी समस्या है ना तो शौचालय की सुविधा है ना तो शुद्ध पीने के पानी का। यहां काम करने वाले कर्मचारी का कहना है एक छोटे से कमरे में आफिस शिफ्ट किया गया है वह भी जीर्ण शीर्ण अवस्था में है कभी भी गिर सकता है, उसमे बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है। विभाग के सभी कर्मचारियों के कागजात उसमें ही रखे गए हैं वह भी खराब हो रहे हैं हम लोग मजबूरी में बाहर बैठकर काम कर रहे हैं यह सारा मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में है।