
नई दिल्ली – सिर्फ Apple के iPhone ही नहीं, अब भारत में बने Android स्मार्टफोन्स की भी अमेरिका में जोरदार मांग देखने को मिल रही है। इसकी बड़ी वजह है अमेरिका की ट्रंप-युग की टैरिफ नीतियां और भारत सरकार द्वारा मोबाइल निर्यात को बढ़ावा देने की रणनीति।
मार्केट रिसर्च फर्म Canalys के अनुसार, Lenovo के स्वामित्व वाली Motorola ने साल 2025 के पहले पांच महीनों में 1.6 मिलियन Android स्मार्टफोन्स भारत से निर्यात किए, जिनमें से 99% अमेरिका भेजे गए।
पिछले साल इसी अवधि में Motorola ने केवल 1 मिलियन यूनिट्स का निर्यात किया था, जिससे साफ है कि निर्यात में 60% से अधिक की वृद्धि हुई है।
भारत बना ग्लोबल स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग हब
Motorola का यह निर्यात आंकड़ा भारत के बढ़ते इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात क्षेत्र का उदाहरण है। भारत सरकार के PLI स्कीम (प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव) और Make in India अभियान ने कंपनियों को भारत में निर्माण और निर्यात के लिए आकर्षित किया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि चीन से दूरी बनाने की अमेरिकी नीति और भारत में किफायती निर्माण लागत ने इस ग्रोथ को बढ़ावा दिया है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
“भारत तेजी से अमेरिका के लिए स्मार्टफोन सप्लाई का वैकल्पिक केंद्र बन रहा है,” Canalys के एक विश्लेषक ने बताया। “Motorola जैसे ब्रांड इस ट्रेंड का फायदा उठा रहे हैं, खासकर ऐसे वक्त में जब अमेरिका चीन पर निर्भरता घटाना चाहता है।”









