
पतंजलि और बाबा रामदेव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। हाल ही में कोरोना वैक्सीन को लेकर भ्रामक विज्ञापन फ़ैलाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट उन्हें फटकार लगा चूका है। मामला इतना बढ़ गया था कि पतंजलि और रामदेव को माफ़ी तक मांगनी पड़ गई थी। अभी ये मामला शांत भी नहीं हुआ था कि अब कंपनी अपनी सोनपापड़ी का एक सैंपल जांच में भी फेल हो गया है।
दरअसल, 7 सितंबर 2019 को यानी आज से 5 साल पहले उत्तराखंड के पिथौरागढ़ स्थित एक दुकान से पतंजलि इलायची सोनपापड़ी का सैंपल जांच के लिए लिया गया था और उसका क्वालिटी टेस्ट किया गया था। जिसकी रिपोर्ट अब सामने आई है।
गौरतलब है कि जारी रिपोर्ट के अनुसार पतंजलि की सोन पापड़ी तय मानकों पर खरी नहीं उतरी है और उसके सारे सैंपल टेस्ट में फेल हो गए। अब इसी मामले में शनिवार यानी 18 मई को कोर्ट के तरफ से पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के सहायक प्रबंधक के साथ तीन अन्य लोगों को 6 महीने की जेल की सजा सुनाई गई है। वहीं, अदालत के तरफ से तीनों पर भारी जुर्माना भी ठोका गया है।









