APSEZ ने जारी किया वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही रिपोर्ट, कार्बन तटस्थता लक्ष्य हांसिल करने की ओर बढ़ रहा अडानी समूह…

APSEZ के CEO और पूर्णकालिक निदेशक, करण अदानी ने कहा, "हमारी कार्बन ऑफसेटिंग, मैंग्रोव वृक्षों की कटान और स्थलीय वृक्षारोपण, साथ ही अक्षय ऊर्जा के उपयोग पर हमारे व्यापक ध्यान का मतलब है कि APSEZ 2025 तक कार्बन तटस्थता प्राप्त करने और दुनिया की सबसे स्थायी बंदरगाह कंपनी बनने की राह पर निरंतर अग्रसर है।"

अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ), ने मंगलवार को, 31 दिसंबर, 2021 को भेजे गए तीसरी तिमाही और नौ महीने के परिणामों की घोषणा की। वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में, अडानी पावर मुंद्रा (Adani Power Mundra) और स्वतंत्र बिजली उत्पादक कंपनी GGPL द्वारा कोयले के कम आयात और कम व्यापारिक कोयले की मात्रा के कारण कार्गो की मात्रा कम हो गई थी, जो कि कमोडिटी की ऊंची कीमतों और आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधानों के कारण प्रभावित हुई थी।

जानकारी के मुताबिक APSEZ के बिजली की बढ़ती मांग और वैश्विक स्तर पर कीमतों में नरमी के कारण वित्त वर्ष 2022 के चौथे तिमाही में कोयले की मात्रा में सुधार होने की संभावना है। APSEZ के CEO और पूर्णकालिक निदेशक, करण अदानी ने कहा, “APSEZ ने महामारी की अवधि के दौरान जबरदस्त लचीलापन दिखाया था। 2020 में महामारी के दौरान हमारी सीख ने हमें विषम परिस्थितियों का सामना करने में मदद की और हमारी परिचालन विशेषज्ञता ने हमें अपना आर्थिक बढ़त जारी रखने का हौसला दिया।”

उन्होंने आगे कहा कि साल 2021 में भारत के पूर्वी तट पर आंध्र प्रदेश में कृष्णापट्टनम और गंगावरम जैसे दो बड़े बंदरगाहों को पश्चिमी तट से जोड़ना पूरे भारत में हमारी उपस्थिति को मजबूत किया है। केरल में विझिंजम का हमारा निर्माणाधीन बंदरगाह, श्रीलंका के कोलंबो में हमारे नए टर्मिनल के साथ, दक्षिण पूर्व एशिया में एक नए ट्रांसशिपमेंट हब के रूप में कार्य करेगा।

करण अडानी ने अपने बयान में आगे कहा कि “हमारी कार्बन ऑफसेटिंग, मैंग्रोव वृक्षों की कटान और स्थलीय वृक्षारोपण, साथ ही अक्षय ऊर्जा के उपयोग पर हमारे व्यापक ध्यान का मतलब है कि APSEZ 2025 तक कार्बन तटस्थता प्राप्त करने और दुनिया की सबसे स्थायी बंदरगाह कंपनी बनने की राह पर निरंतर अग्रसर है।”

करण अडानी ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि हमारा मजबूत ट्रांसपोर्ट यूटिलिटी मॉडल को अडानी समूह की प्रगति का एक बड़ा संकेत है। यह इस बात की पुष्टि करता है कि हमारा परिवहन तंत्र भी बुनियादी ढांचा बिजली के उत्पादन में जरुरी भूमिका निभाता है। इस मॉडल को रेल नेटवर्क और ग्रेड-अवेयर हाउसिंग क्षमता के विस्तार के साथ-साथ रसद क्षमताओं में और अधिक निवेश के द्वारा और बढ़ाया गया था। अडानी समूह विकास को और गति प्रदान करने के लिए नई प्रौद्योगिकियों, स्वचालन और डिजिटलीकरण में निवेश करना जारी रखेगा।

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