आर्मी ऑफिसर्स व उनके परिजनों को साइबर अपराधों से बचाव के लिए किया गया जागरूक

साइबर जागरूकता अभियान के तहत आयोजित 110वां सेमीनार आर्मी कैंटोनमेंट एरिया मुरार में आर्मी ऑफिसर्स एवं उनके परिजनों के लिए आयोजित किया गया।

ग्वालियर: पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर (पूर्व/अपराध) राजेश दंडोतिया द्वारा चलाए जा रहे साइबर जागरूकता अभियान के तहत सेमीनार आयोजित किया. ग्वालियर जिले के विभिन्न स्कूल/कॉलेज एवं संस्थानों में छात्र-छात्राओं एवं उनके परिजनों के अलावा डॉक्टर, बैंक कर्मचारियों, व्यापारी वर्ग, आमजन तथा सेना के जवानों को साइबर अपराधों से बचाव के लिए जागरूक किया गया है। इसी क्रम में 21 अप्रैल को साइबर जागरूकता अभियान के तहत आयोजित 110वां सेमीनार आर्मी कैंटोनमेंट एरिया मुरार में आर्मी ऑफिसर्स एवं उनके परिजनों के लिए आयोजित किया गया।

इस सेमीनार में पुलिस अधीक्षक ग्वालियर राजेश सिंह चंदेल भी उपस्थित रहे, उन्होंने कहा कि ग्वालियर पुलिस द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियान के परिणाम स्वरूप लोग ऑनलाइन फ्रॉड व साइबर अपराधों के प्रति जागरूक हुए हैं, लेकिन साइबर ठगों द्वारा अपनाए जा रहे नए-नए तरीकों के संबंध में भी लोगों को जागरूक रहने की जरूरत है।

सेमीनार में अति0 पुलिस अधीक्षक शहर(पूर्व/अपराध) राजेश दंडोतिया द्वारा वर्तमान समय में होने वाले साइबर अपराधों के संबंध में जानकारी देकर साइबर धोखाधड़ी से किस प्रकार स्वयं का बचाव किया जा सकता है, इसके संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। इस अवसर पर लगभग 500 आर्मी ऑफिसर्स और उनके परिजन उपस्थित रहे।

अति0 पुलिस अधीक्षक शहर(पूर्व/अपराध) द्वारा मुरार क्षेत्र में स्थित आर्मी कैंटोनमेंट एरिया में सेना के अधिकारियों व उनके परिजनों को साइबर अपराध क्या होता है तथा वर्तमान समय में होने वाले साइबर अपराधों से सुरक्षित रहने के संबंध में जानकारी दी गई और ऑनलाइन फ्रॉड से कैसे बचा जाए इसके संबंध में भी विस्तृत जानकारी देकर अलग-अलग प्रकार के ऑनलाइन फ्रॉड के संबंध में भी उन्हें बताया गया। इसके साथ ही उन्होंने वर्तमान समय में पुलिस के समक्ष आने वाली सायबर क्राइम संबंधी शिकायतों को भी साझा किया।

उनके द्वारा उपस्थित आर्मी आफीसर्स को ऑनलाइन फ्रॉड से बचाव के तरीकों से भी अवगत कराया गया और बताया गया कि मोबाइल पर आने वाले किसी भी अंजान वीडियो कॉल या मैसेज लिंक को खोलकर न देखे और न ही अपनी व्यक्तिगत या बैंक संबंधी जानकारी किसी को दें। उन्होंने बताया कि आजकल साइबर फ्रॉड करने वाले लोग बिजली बिल के भुगतान संबंधी मैसेज भेजकर, ओएलएक्स के द्वारा क्रेडिट कार्ड/केवाईसी अपडेट करने तथा कौन बनेगा करोड़पति के नाम पर ऑनलाइन धोखाधड़ी कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि किसी भी लाटरी निकलने या फ्री गिफ्ट के चक्कर में नही पड़ना चाहिए। एटीएम या क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते समय सावधानी रखनी चाहिए और अपना पिन नम्बर या ओटीपी किसी भी अंजान व्यक्ति के साथ शेयर नहीं करना चाहिए।

गूगल पर कभी भी किसी कंपनी का कस्टमर केयर नम्बर सर्च कर उपयोग नहीं करना चाहिए, इसके लिए संबंधित कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ही कस्टमर केयर नम्बर का उपयोग करना चाहिए। यदि आपके साथ कोई फ्रॉड हो जाता है तो तत्काल इसकी शिकायत साइबर क्राइम सेल में करनी चाहिए। इस अवसर पर क्राइम ब्रांच ग्वालियर की साइबर क्राइम विंग के उप निरीक्षक धर्मेंद्र शर्मा भी उपस्थित रहे।

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