आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में बैठे भाजपा के एलजी द्वारा आदेश पारित करके दिल्ली महिला आयोग में कार्यरत संविदा कर्मचारियों को बर्खास्त करने के फैसले की कड़ी निंदा की है। ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने उन सभी कर्मचारियों के दर्द और तकलीफ को समझते हुए उन्हें भरोसा दिया है कि वह उनकी नौकरी वापस दिलाएं, चाहें इसके लिए उन्हें कुछ भी करना पड़े। वहीं, दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का कहना है कि दिवाली से पहले इतने सारे लोगों की नौकरी छीन लेना, बैहद शर्मनाक और अमानवीय है, यह भाजपा की मानसिकता बताती है। भाजपा अपने भाषण और मेनिफेस्टो में नौकरी देने की बात करती है, लेकिन यह घटना बताती है कि असल मे वो लोगों की नौकरियां छीन रही है। यह कर्मचारी 30-30 सालों से शानदार काम कर रहे थे, इन्होंने कई महिलाओं की मदद की लेकिन भाजपा ने एक झटके में इन्हे निकाल दिया।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद कजेरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा कि मेरी जिन बहनों को दिल्ली महिला आयोग से निकला गया है, मैं उन्हें भरोसा दिलाता हूं कि उन्हें उनकी नौकरी वापिस दिलवाऊंगा, चाहे इसके लिए कुछ भी करना पड़े।
वहीं, दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि भाजपा ने जिस तरह दिवाली से पहले सैकड़ों लोगों के घर उजाड़े और उनकी नौकरियां छीनी हैं, यह भाजपा द्वारा किया गया बड़ा पाप है। भाजपा अपने भाषणों और घोषणापत्र में नौकरियां देने की बात करती है, लेकिन 30-30 साल से संविदा पर काम कर रहे लोगों को इस तरह हटाना भाजपा के चरित्र को भले शोभा देता हो, पर दिवाली से पहले इतने लोगों की नौकरी छीनना बेहद शर्मनाक और अमानवीय है। यह घटना साफ बताती है कि भाजपा नौकरियों के खिलाफ है। वह सरकार में काम कर रहे लोगों को नौकरी से निकालने के पक्ष में रहती है। न केवल वह लोगों को रोजगार देने में असफल है, बल्कि जो लोग काम कर रहे हैं, उनकी भी नौकरियां छीन रही है। ये लोग शानदार काम कर रहे थे और किसी न किसी रूप में लोगों, खासकर महिलाओं की मदद कर रहे थे। ये आज से नहीं, बल्कि 30 साल से काम कर रहे थे, लेकिन भाजपा ने इन्हें एक झटके में नौकरी से निकाल दिया, वह भी दिवाली से ठीक पहले। अब इनके घरों में दिवाली कैसे मनेगी? भाजपा अब किस मुंह से बात करेगी, जब एक तरफ वह नौकरियां देने की बात कर रही है और असल में लोगों की नौकरियां छीन रही है। आम आदमी पार्टी और हमारी सरकार इनके साथ खड़ी है, और इन्हें बहाल करने के लिए जो भी करना होगा, हम करेंगे।