
लखनऊ- अतीक-अशरफ की हत्या के बाद पुलिस कई चौंकाने वाले खुलासे कर रही है. इस क्रम में पुलिस को अतीक के पुत्र असद और बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम के बातचीत का ऑडियो हाथ लगा है. इस ऑडियो में असद बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम से अपने भाई उमर से मिलने की बात कह रहा है. यह ऑडियो कब का है, पुलिस इस की जांच कर रही है. पुलिस को इस बात का संदेह है कहीं यह बातचीत उमेश पाल हत्याकांड से पहले पैसों का इंतजाम करने के लिए तो नहीं की गई.
प्रयागराज
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) April 18, 2023
➡️असद,मोहम्मद मुस्लिम के बीच बातचीत का आडियो वायरल
➡️9 जनवरी का है ऑडियो, असद कर रहा है मुलाकात करने की बात
➡️जेल और कचहरी परिसर में मिलने की बात को मुस्लिम ने नकारा
➡️किसी जरूरी काम करने के लिए मिलना चाहता था असद
➡️उमर से मिलने के लिए बुलाया जा रहा था मोहम्मद… pic.twitter.com/q9z5NEl38m
ऑडियो के बातचीत के अंश इस प्रकार हैं….
असद- हेलो, ये कह रहा थे कि उमर भाई से मिलने जाते हैं जेल… तो उन्होंने ही हमसे कहा था आपसे बात करने के लिए, वो 5 तारीख को आ रहे हैं पेशी पर.. तो आप टाइम निकलकर उनसे मुलाकात के लिए आ जाते.
बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम- हम यार, कचेहरी हमको ना बुलाओ, समझो..
असद- क्या हो गया कचेहरी में..
बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम- कचेहरी में थोड़ा सा ठीक नहीं रहता, हम कचेहरी में जाते भी नहीं है…
असद- या जेल चलिए हमारे साथ…
बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम- जेल-वेल हम ना जा पाएंगे और कोई मैसेज हो तो बताओ, जो करना हो कर देंगे…
असद- मुलाकात नहीं कर पाएंगे आप!
बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम- नहीं मुलाकात कर लिया जाएगा…
असद- तो कैसे करेंगे कचेहरी नहीं आ पाएंगे, जेल नहीं जा पाएंगे..
बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम- पेशी पर ना बुलाओ उनको, क्योंकि हम वहां जाते भी नहीं है कचेहरी, जेल ज्याद…
असद- तो फिर कैसे मुलाकात होगी…
बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम- मुलाकात हम कर लेंगे, जहां कहोगे..
असद- नहीं..नहीं, उमर से मिलना है आपको
बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम- उमर से मिलका है तो अच्छा चलो हम देखते हैं, क्योंकि… वहां कचहेरी कम जाते हैं ना…एक बार वहां मुलाकात हो गई थी वकिलों से, कोई मैसेज हो तो बताओ..
असद- ये वहीं बात हो गई… एक कहावत है कि खरबूजे को देखकर खरबूजा रंग बदलता है…
बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम- मतलब हम समझे नहीं…
असद- आगे हम क्या कह सकते हैं…
बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम- अब तुमने इमरान की बात कही ना, अब इमरान तुमको पता है कहां रहते हैं कहां नहीं रहते…तुम्हारी जानकारी में भी है…
असद- इमरान कहां रहते हैं कहां नहीं रहते ये सब हम नहीं जानते…
बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम- नहीं सुन तो लो… और कोई मसला नहीं है, हमारे दोस्त हैं बचपन से हमारे साथ रहे हैं, अगर कोई फोन आता है तो हम मना तो कर नहीं सकते…
असद- चलिए हम बात कर लेते हैं…हमारा नंबर सेव कर लिजिए, फोन उठा लिजिएगा…








