UP के जेवर में बनेगा एशिया का सबसे बड़ा Airport, सीएम YOGI ने किया हवाई निरीक्षण, जानिए क्या है खास?

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को गौतमबुद्ध नगर के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का हवाई निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने एयरपोर्ट के निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को गौतमबुद्ध नगर के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का हवाई निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने एयरपोर्ट के निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जेवर एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक है, जिसका उद्देश्य राज्य की कनेक्टिविटी को नई ऊंचाई पर पहुंचाना है।

चार चरणों में होगा एयरपोर्ट का निर्माण

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण चार फेज में हो रहा है। पहले चरण में एक रनवे और यात्री टर्मिनल का काम पूरा कर लिया गया है। वर्तमान में एयरपोर्ट पर तकनीकी इंस्टॉलेशन, फिनिशिंग और डीप क्लीनिंग जैसे कार्य चल रहे हैं। इस एयरपोर्ट के निर्माण से ना केवल स्थानीय क्षेत्र की विकास दर बढ़ेगी, बल्कि उत्तर प्रदेश को एक वैश्विक कनेक्टिविटी भी मिलेगी।

एयरो ड्रोम लाइसेंस और विमान सेवा की शुरुआत

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 1334 हेक्टेयर भूमि में एक रनवे का निर्माण पूरा हो चुका है। इस एयरपोर्ट से सबसे पहले कार्गो और प्रमुख भारतीय शहरों के लिए उड़ान सेवाएं शुरू की जाएंगी। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवा भी शुरू होने की योजना है। हाल ही में एयरपोर्ट पर ट्रायल उड़ानें सफलतापूर्वक पूरी की गई हैं और महानिदेशालय नागर विमानन से एयरो ड्रोम लाइसेंस मिलने की संभावना जताई जा रही है।

जेवर एयरपोर्ट का विस्तार

जेवर एयरपोर्ट का लोकार्पण करीब-करीब तैयार है, और इसका पहला चरण 3300 एकड़ भूमि पर होगा। इस क्षेत्र में एयरपोर्ट की बुनियादी सुविधाओं की शुरुआत की जाएगी, जबकि शेष 5100 एकड़ भूमि का उपयोग अगले तीन महीनों में किया जाएगा। एयरपोर्ट का निर्माण करीब 7000 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है, जिसमें भूमि की खरीद पर 5000 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।

यात्रियों की बढ़ती संख्या के लिए योजना

प्रारंभिक तौर पर एयरपोर्ट पर एक रनवे होगा, और इसकी क्षमता सालाना 1.2 करोड़ यात्रियों की होगी। रोजाना औसतन 150 उड़ानें संचालित होंगी। जैसे-जैसे यात्रियों की संख्या बढ़ेगी, दूसरे रनवे का निर्माण किया जाएगा। कुल मिलाकर, एयरपोर्ट की क्षमता प्रारंभ में 7 करोड़ यात्रियों तक होगी।

भविष्य में विस्तारित एयरपोर्ट

आने वाले वर्षों में जब एयरपोर्ट पूरी तरह से तैयार होगा, तो इसमें 5 रनवे होंगे और यह 11,750 एकड़ क्षेत्र में फैला होगा। पूर्ण रूप से तैयार होने के बाद, एयरपोर्ट की वार्षिक क्षमता 30 करोड़ यात्रियों की होगी। इससे जेवर एयरपोर्ट भारत के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों में से एक बन जाएगा, जो न केवल यात्रियों की संख्या के मामले में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी के लिहाज से भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

Related Articles

Back to top button