
मणिपुर में सेना के जवानों पर उग्रवादी हमले की जिम्मेदारी Manipur Naga People’s Front (MNPF) ने ली है। साथ ही एक बयान जारी कर कहा कि हमला करने वाले संगठन इस बात से अंजान थे कि काफिले में कर्नल की पत्नी और बच्चा भी मौजूद थे।
मणिपुर में हुए उग्रवादी हमले में कर्नल समेत चार जवान शहीद हो गए। साथ ही कर्नल के परिवार के दो सदस्य भी इस हमले में मारे गए। इस आतंकी हमले से पूरे देश में गुस्सा है। आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई की मांग की जा रही है।
आपको बता दें इस हमले में कर्नल के परिवार के अलावा राइफलमैन सुमन स्वर्गियारी, खतनई कोनयक, आर पी मीणा, श्यामल दास में शहीद हो गए। 46 एआर बटालियन के सीओ, कर्नल विपल्व त्रिपाठी इसी साल मई के महीने में मणिपुर में तैनात हुए थे। इससे पहले वे दो सालों तक मिजोरम में अपना बटालियन के साथ तैनात थे।