Ayodhya: महिलाओं को स्वरोजगार में मदद, RTO ऋतु सिंह ने दी यातायात के नियमों की जानकारी

महिलाओं को न केवल स्वरोजगार में प्रोत्साहित करती है, बल्कि उन्हें यातायात नियमों और परिवहन विभाग की योजनाओं के प्रति जागरूक भी...

Ayodhya: महिलाओं को सक्षम और आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में मुख्य विकास अधिकारी अयोध्या के नेतृत्व में “सेफ मोबिलिटी” कार्यक्रम के तहत सखी जानकी आर्या मंच की स्थापना की गई। यह कार्यक्रम उपायुक्त स्वाति शर्मा के निर्देशन में हुआ, जिसका उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार के अवसरों से जोड़ना और उनके यातायात से जुड़े अधिकारों के प्रति जागरूक करना था।

RTO ऋतु सिंह द्वारा महिला सशक्तिकरण पर विशेष जानकारी

कार्यक्रम में RTO ऋतु सिंह ने उपस्थित महिलाओं को यातायात के नियमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने महिलाओं को बताया कि वे ई-रिक्शा चलाने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त कर सकती हैं और इसके लिए सरकार द्वारा हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा, ऋतु सिंह ने ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस (DL) आवेदन करने की प्रक्रिया भी समझाई और व्यावसायिक वाहनों के चालकों तथा कंडक्टरों के रूप में महिलाओं को आगे आने के लिए प्रेरित किया।

मुश्त समाधान योजना और टैक्स में राहत

ऋतु सिंह ने परिवहन विभाग की मुश्त समाधान योजना के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी, जिसके तहत जुर्माने पर 100% राहत मिल रही है। उन्होंने महिलाओं से अपील की कि वे इस अवसर का लाभ उठाकर अपने व्यवसाय को सुरक्षित और कानूनी तरीके से संचालित करें। इसके अलावा, DTTi में जल्द ही ई-रिक्शा के लिए विशेष सेमिनार आयोजित किए जाने की घोषणा की गई, ताकि इच्छुक महिलाएं इस क्षेत्र में अपने कदम बढ़ा सकें।

मुख्यमंत्री के महिला सशक्तिकरण योजनाओं का जिक्र

कार्यक्रम के दौरान महिला सशक्तिकरण के विभिन्न योजनाओं के बारे में भी बताया गया, जिन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से लागू किया गया है। आर्या मंच की बैठक में LDM, आरसेटी निदेशक अविनाश किशोर सिंह, SBI क्रेडिट अफसर राजेश सिंह, SBI के DC साकेत, DA से प्रतीक दूबे, फिरोज खान, और जिला मिशन प्रबंधक डॉ. प्रदीप वर्मा समेत अन्य प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का संचालन जिला मिशन प्रबंधक सरिता वर्मा द्वारा किया गया

ऐसे में यह पहल महिलाओं को न केवल स्वरोजगार में प्रोत्साहित करती है, बल्कि उन्हें यातायात नियमों और परिवहन विभाग की योजनाओं के प्रति जागरूक भी करती है। आर्या मंच जैसी पहल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।

Related Articles

Back to top button