
Ayodhya: रामनगरी अयोध्या देशभर के श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र बनती जा रही है। हाल ही में जारी आंकड़ों के अनुसार, श्री राम मंदिर ने सालाना चढ़ावे के मामले में स्वर्ण मंदिर (अमृतसर), वैष्णो देवी मंदिर (जम्मू-कश्मीर) और शिरडी साईं मंदिर (महाराष्ट्र) जैसे प्रतिष्ठित तीर्थस्थलों को पीछे छोड़ दिया है। राम मंदिर में इस साल 700 करोड़ रुपये से अधिक का चढ़ावा आया है, जो इसे देश के सबसे अधिक चढ़ावा प्राप्त करने वाले तीर्थस्थलों में तीसरे स्थान पर ले आया है।
पिछले एक महीने में ही मंदिर में 15 करोड़ रुपये का दान आया है, जो श्रद्धालुओं की बढ़ती आस्था को दर्शाता है। मंदिर प्रशासन के अनुसार, राम मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है और यह अब देश के सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक बन गया है।
स्वर्ण मंदिर और वैष्णो देवी को पीछे छोड़ा
राम मंदिर ने न केवल श्रद्धालुओं की संख्या में बल्कि चढ़ावे के मामले में भी कई प्रमुख तीर्थस्थलों को पीछे छोड़ दिया है। स्वर्ण मंदिर और वैष्णो देवी मंदिर जैसे स्थान, जो लंबे समय से शीर्ष स्थानों पर काबिज थे, अब राम मंदिर के सामने पीछे हैं। मंदिर प्रशासन का कहना है कि यह उपलब्धि भगवान राम के प्रति लोगों की गहरी आस्था और विश्वास को दर्शाती है।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़
राम मंदिर में हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। विशेष अवसरों और त्योहारों पर तो यह संख्या लाखों में पहुंच जाती है। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई नई व्यवस्थाएं भी की हैं, जिससे उन्हें दर्शन करने में किसी प्रकार की परेशानी न हो।
पूरे देश के लिए गर्व की बात
राम मंदिर की यह उपलब्धि न केवल अयोध्या के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है। श्रद्धालुओं की आस्था और भक्ति ने इसे देश के सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक बना दिया है। आने वाले समय में और भी अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, जो रामनगरी की महिमा को और बढ़ाएगा।