
सिंघावली अहीर थाना पुलिस ने शमा हत्याकांड का राजफाश करते हुए आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का दावा है कि महिला शमा मोहल्ले के लोगों से बात करती थी और यह शमा के पति महबूब को पसंद नहीं था इसलिए उसने शमा की हत्या कर दी और हत्या को हादसे का रूप देते हुए लोगों से यह कह दिया कि शमा का दुपट्टा मशीन में आ गया और उसकी मौत हो गई। पुलिस को सूचना दिए बगैर शमा के शव को सुपुर्द ए खाक कर दिया, लेकिन शमा के भाई को शक होने पर पुलिस ने पूरी घटना का सनसनीखेल खुलासा ही कर दिया।
बागपत के सिंघावली अहीर जनपद के सैड़भर गांव में शमा नाम की महिला की इसी साल 25 मार्च की रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। ससुराल पक्ष के लोगों ने यह कहते हुए कि, पड़ोस के आस मोहम्मद की फैक्ट्री में बाण का निर्माण करते समय मशीन में दुपट्टा फंसने से शमा की मौत हो गई है, बगैर पुलिस कार्रवाई के ही महिला के शव को कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया था।
लेकिन यह कहने भर से कि शमा की हादसे में मौत हो गई है, शमा के भाई अकरम निवासी मेरठ के सालेहनगर को विश्वास नहीं हो रहा था, इसलिए अकरम ने शमा की हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस को एक शिकायत पत्र दिया था, जिसमें उसने अपनी बहन की हत्या की आशंका जताते हुए कब्र से निकलवाकर पोस्टमार्टम कराने की मांग की थी। एसपी ने घटना की जांच कराई तो पिछले माह 14 अप्रैल को शमा के शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम कराया। रिपोर्ट में शमा के शरीर पर चोट के निशान मिले थे।
पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद अकरम ने अपने बहनोई महबूब के खिलाफ सिंघावली अहीर थाने में अपनी बहन की हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने विवेचना शुरू की तो शमा के पति महबूब को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपनी पत्नी की हत्या करना कबूल कर लिया।
एसपी नीरज कुमार जादौन का कहना है कि शमा मोहल्ले के अन्य लोगों से बातचीत करती थी, इस बात से महबूत नाराज रहता था। इसी विवाद को लेकर 25 मार्च को रात महबूब ने हथौड़े से शमा की हत्या कर दी। एक बोरी से हथौड़े पर लगा खून साफ कर दिया। आरोपी ने हथौड़ा व बोरी को मशीन के पीछे छिपा दिया और शमा के शव को हादस बताते हुए कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक कर दिया था।