
उत्तराखंड सरकार ने खनन से नदियों पर बने सेतु और पुलों के खतरे को देखते हुए आस-पास के इलाकों में खनन पर रोक लगा दिया है। 2013 में पुलों के एक किलोमीटर की परिधी में खनन पर रोक लगा रखी है पर इस आदेश को दरकिनार करते हुए खनन माफिया इन जगहों पर खनन से बाज नहीं आ रहा है।
सरकार ने सभी नदियों पर बने सेतु व पुलों के आसपास उप खनिजों के खनन पर रोक लगा दी है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। खनन से पुलों को होने वाले खतरों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
वैसे 26 फरवरी 2013 से पुलों के नजदीक एक किलोमीटर की परिधि में खनन गतिविधियां प्रतिबंधित हैं।
2013 के आदेश को धता बताते हुए पुलों के इर्द गिर्द खनन होता रहा। जिसका परिणाम यह हुआ कि पुलों की नींव कमजोर होती चली गई और बरसात के सीजन में कई पुल टूट गए। अब सरकार ने पुलों के नजदीक खनन पर सख्ती के साथ पूर्ण रूप से रोक लगाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में प्रमुख सचिव खनन आरके सुधांशु ने सभी जिलाधिकारियों को आदेश जारी किए हैं।