बेसिक शिक्षा विभाग यूपी सरकार की जमकर फजीहत करवा रहा है। मंत्री संदीप सिंह, बेसिक शिक्षा के प्रमुख सचिव और डीजी के कारनामे के चलते एक और विवादित फैसला वापस लेना पड़ा.. दरअसल उत्तर प्रदेश में 27 हजार से ज्यादा स्कूलों को बंद किया जा सकता है. स्कूलों को बंद करने को लेकर कहा जा रहा है कि ये वो स्कूल है जहां पर छात्रों की संख्या 50 से भी कम है.जानकारी के अनुसार, इन स्कूलों को दूसरे नजदीकी स्कूलों में मर्जर किया जाएगा.
शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी कर रहे खंडन
इसके बाद जब भारत समाचार ने इस मुद्दे को उठाते हुए खबर चलाई तो शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी इस बात के खंडन करने लगे.. और शिक्षा विभाग के ऑफिशियल एक्स अकाउंट पर लिखा कि, कतिपय समाचार माध्यमों में प्रकाशित खबर जिसमे 2700 प्राथमिक विद्यालयों को निकटवर्ती विद्यालयों में विलय करते हुए बंद करने की बात की गई है बिल्कुल भ्रामक एवं निराधार है. किसी भी विद्यालय को बंद किए जाने की कोई प्रक्रिया गतिमान नहीं है।
बैठक को लेकर एक विस्तृत एजेंडा हुआ था जारी
इसी के साथ आपके बता दें कि 13 और 14 नवंबर को आयोजित बैठक को लेकर एक विस्तृत एजेंडा जारी हुआ है, जिसमें स्पष्ट रूप से विद्यालयों को मर्ज करने की विस्तृत रूपरेखा स्पष्ट की गई थी..
डीजी स्कूली शिक्षा ने जारी की सफाई
हालांकि अब इस पर डीजी स्कूली शिक्षा ने सफाई जारी की. साथ ही बेसिक शिक्षा विभाग ने यू -टर्न भी ले लिया हैं,. कहा कि यूपी में कोई भी सरकारी स्कूल बंद नहीं होगा.. इससे पहले डिजिटल अटेंडेंस के मामले में भी शिक्षा विभाग यू-टर्न ले चुका हैं..