उत्तर प्रदेश में बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंस सखी योजना को महिलाओं के जीवन में बड़े बदलाव का कारक बताते हुए प्रधानमंत्री ने योजना की महत्ता का भी जिक्र किया। कहा, कि जो लोग इसे एक छोटी योजना कहते हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि यह बैंकिंग सखी 75 हजार करोड़ रुपये का लेनदेन कर रही हैं। अब सरकार के भेजे रुपये लेने बैंक जाने की जरूरत नहीं। गांव की बेटी गांव में ही घर पर जाकर पैसे दे देगी।
कार्यक्रम में 202 पूरक पोषण निर्माण इकाइयों के शिलान्यास करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पोषण वाला राशन अब महिलाएं खुद बनाएंगी। यह बहुत बड़ा काम है। सालाना हजारों करोड़ रुपए का काम है। जिन 202 पुष्टाहार यूनिट का आज शिलान्यास हुआ है, उससे महिलाओं की आमदनी बढेंगी। महिलाएं अपनी फैक्ट्री में पुष्टाहार बनाने के लिए गांव से ही कच्चा माल खरीदेंगी। यही सशक्तिकरण के प्रयास है। इनसे महिलाओं का जीवन बदलेगा।