15 राज्य 110 जिले…100 लोकसभा 300 विधानसभा… यात्रा के लिए गठबंधन के नेताओं को दिया गया निमंत्रण

सामाजिक,आर्थिक,राजनैतिक मुद्दों पर राहुल गांधी के नेतृत्व में मणिपुर से शुरु होकर यह यात्रा नागालैंड, अरुणाचल होते हुए 15 राज्यों से गुजरेगी।

Bharat Jodo Nyay Yatra: आज दिल्ली स्थित AICC मुख्यालय में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का लोगो लॉन्च किया। सामाजिक,आर्थिक,राजनैतिक मुद्दों पर राहुल गांधी के नेतृत्व में मणिपुर से शुरु होकर यह यात्रा नागालैंड, अरुणाचल होते हुए 15 राज्यों से गुजरेगी। यह यात्रा 110 ज़िलों से होते हुए 100 लोकसभा सीटें कवर करेगी।

भारत जोड़ो न्याय यात्रा का लोगो लॉन्च करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा, देशवासियों को आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय दिलाने की ओर हमारा एक मजबूत कदम है। जब हमने संसद में देश से जुड़े मुद्दे उठाने की कोशिश की तो सरकार ने हमें बोलने नहीं दिया। देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, जब 146 सांसदों को निलंबित कर दिया गया। इसलिए हम ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ से लोगों के बीच जा रहे हैं ताकि हम अपनी बात उनसे कह सकें और समाज के हर वर्ग से मिलकर उनकी बात सुन सकें।

कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “हम 14 जनवरी को भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू करने वाले हैं। राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो न्याय यात्रा मणिपुर से शुरू होकर 15 राज्यों से होते हुए मुंबई तक जाएगी। ये यात्रा 100 लोक सभा सीटें और 300 से अधिक विधानसभा सीटें कवर करेगी। करीब 6700 किलोमीटर की ये यात्रा होगी। उन्होने कहा कि इसके लिए इंडिया गठबंधन के नेताओं को न्योता दिया है।

मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के माध्यम से हम जनता से जुड़े मुद्दों पर बात करेंगे। हम महंगाई, बेरोजगारी, किसानों के मुद्दे, मजदूरों की बुरी हालत,अमीर-गरीब के बीच में बढ़ती खाई और जातिगत जनगणना से जुड़े मुद्दों पर जन जागरण करेंगे। यात्रा के दौरान राहुल गांधी समाज के विभिन्न वर्गो से, संगठनों से बात करेंगे और उनकी समस्याओं के समाधानों पर विचार-विमर्श करेंगे।

उन्होने कहा कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का मंच NGOs, पत्रकारों, किसान, छोटे व्यापारी, दलित-पिछड़े वर्ग, आदिवासियों और बौद्धिक वर्ग को जोड़ने का भी है। यह यात्रा केवल अपनी बात जनता तक पहुंचाने का नहीं बल्कि जनता की आवाज और उनकी समस्याओं को सुनने का भी मंच है।

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