Bangladesh Crisis : बांग्लादेश के हालत को लेकर BHU का बड़ा फैसला, विश्वविद्यालय ने फ्री में रहने की दी सुविधा

विश्वविद्यालय के आदेश के अनुसार अब विश्वविद्यालय से पास आउट हो चुके छात्रों को अपना छात्रावास खाली नहीं करना पड़ेगा और न ही उन्हें किसी प्रकार का कोई शुल्क देना होगा।

वाराणसी। बांग्लादेश क्राइसिस को लेकर वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय ने बड़ा फैसला लिया है। विश्वविद्यालय ने बांग्लादेश के हालातों को देखते हुए विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले बांग्लादेशी छात्रों को बड़ी राहत देते हुए उन्हें छात्रावास में रोक लिया है। BHU प्रशासन ने विश्वविद्यालय से पास आउट हो चुके करीब 40 छात्रों को विश्वविद्यालय के छात्रावास में निःशुल्क रुकने और अन्य सुविधाओं को देने का फैसला किया है। अनुमति के अनुसार बांग्लादेश के हालात सुधरने तक विश्वविद्यालय के छात्रावास में बांग्लादेशी निःशुल्क रह सकते है और छात्रावास की अन्य सुविधा ले सकते है।

परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके बांग्लादेशी छात्रों को छात्रावास में निःशुल्क सुविधा

विश्वविद्यालय के आदेश के अनुसार अब विश्वविद्यालय से पास आउट हो चुके छात्रों को अपना छात्रावास खाली नहीं करना पड़ेगा और न ही उन्हें किसी प्रकार का कोई शुल्क देना होगा। बता दें कि विश्वविद्यालय के नियम के अनुसार यदि कोई छात्र कोर्स को पूरा कर परीक्षा में उत्तीर्ण हो जाता है, तो उसे छात्रावास खाली करना होता है। यदि छात्र रुकता है तो उससे गेस्ट शुल्क लिया जाता है, लेकिन बांग्लादेश के मौजूदा हालात को देखते हुए विश्वविद्यालय ने पास आउट हो चुके छात्रों को निःशुल्क रुकने की सुविधा दिया है।

बीएचयू के दरियादिली से बांग्लादेशी छात्रों की चिंता हुई कम

गौरतलब है, कि बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने सोमवार को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देते हुए देश छोड़ दिया है। बांग्लादेश से लगातार हिंसा की खबरे आ रही है। ऐसे में काशी हिंदू विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले और पास आउट हो चुके छात्र काफ़ी चिंतित है। विश्वविद्यालय में करीब 200 छात्र विभिन्न कोर्स में पढ़ाई कर रहे है। वही इस वर्ष करीब 40 छात्रों का कोर्स पूरा हो चुका है। ऐसे में परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों को छात्रावास खाली करने की चिंता थी। ऐसे में विश्वविद्यालय की ओर से बांग्लादेशी छात्रों को निःशुल्क छात्रावास में रुकने की अनुमति मिलने के बाद उनकी चिंता काफी हद तक कम हो गई है।

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