
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि भाजपा सरकार में किसान बेहाल है. आवारा और छुट्टा पशु किसानों की फसलों को रौंद रहे हैं. सांड़ो के हमलों में लगातार किसानों और आम लोगों की जानें जा रही है लेकिन सरकार के पास इस समस्या का कोई समाधान नहीं है.
उन्होंने कहा कि भाजपा ने चुनाव में आवारा पशुओं की समस्या से निजात दिलाने का वादा किया था लेकिन वह झूठा साबित हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चुनावी जनसभा में छुट्टा जानवरों की समस्या के समाधान का भरोसा दिलाया था. लेकिन उस वादे का अब तक पूरा नहीं किया जा सका है.
अखिलेश ने अपने बयान में आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार के 6 साल में कई दर्जन किसान और आम लोग आवारा पशुओं के हमले में अपनी जान गवां चुके हैं. पूरे राज्य में छुट्टा जानवरों का आतंक है. लेकिन सरकार हाथ पर हाथ रख कर बैठी हुई है.
अखिलेश ने आवारा पशु के हमलों से हुई जनहानि को भी गिनाया और कहा कि बीते शनिवार को संभल के रजपुरा तहसील के शाहजहानबाद गांव में एक किसान की सांड़ के हमले में दर्दनाक मौत हो गयी थी. किसान खेत में फसल की रखवाली करने गया था. इसी तरह चंदौली में बीते 31 दिसम्बर को उत्पाती सांड के हमले में घायल किसान की इलाज के दौरान मौत हो गयी थी.
उन्होंने कहा कि मेरठ में सांड़ के हमले में चारा लेने गयी महिला घायल हो गयी और अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. मेरठ में ही शनिवार को रोहटा अरमावली गांव के पास सांड़ के हमले में बैंक कर्मी की मौत हो गयी. अखिलेश ने प्रदेश में आवारा जानवरों की विकराल होती समस्या के लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार बताया.
उन्होंने कहा कि ये बड़ी विडम्बना है कि किसानों की रौंदी गई फसल पर सरकार ने मुआवजा तक नहीं दिया है. आवारा पशुओं के हमलों में मृतकों के आश्रितों को भी कोई मुआवजा नहीं दिया गया है. किसानों के हित में भाजपा सरकार कोई काम नहीं कर रही है.









