रिपोर्ट- रवि सर्राफ
भाजपा ने उत्तर प्रदेश में नाराज़ चल रहे हैं ब्राह्मणों को ख़ुश करने के लिए दिल्ली में बैठक बुलायी। पहली बैठक रविवार को दिल्ली में UP प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के आवास पर हुई। इस बैठक में UP सरकार के ब्राह्मण मंत्री, सांसद शामिल हुए। दूसरी बैठक सोमवार की सुबह भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के आवास पर हुई। इस बैठक में शिव प्रताप शुक्ला, मंत्री श्रीकांत शर्मा, मंत्री ब्रजेश पाठक, मंत्री सतीश द्विवेदी, मंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय, मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला, महेश शर्मा और भाजपा नेता अभिजात मिश्रा शामिल हुए।
नड्डा के आवास पर हुई बैठक में यह फ़ैसला लिया गया कि उत्तर प्रदेश में नाराज़ ब्राह्मणों को मनाने के लिए भाजपा उनके क्षेत्रों में भाजपा के बड़े ब्राह्मण नेताओं को भेजेगी। इसकी कमान शिव प्रताप शुक्ला को सौंपी गई। शिव प्रताप शुक्ला गोरखपुर से आते हैं पूर्व में केंद्रीय राज्य मंत्री रह चुके हैं। UP में भाजपा की चल रही चुनावी अभियान में शिव प्रताप शुक्ला क्षेत्र के हिसाब से भाजपा के ब्राह्मण नेताओं को प्रचार करने भेजेंगे।
जिन क्षेत्रों मे ब्राह्मण नेता/मंत्री की पकड़ ज़्यादा है उन क्षेत्रों में उन्हें भेजा जाएगा। शिव प्रताप शुक्ला को ये ज़िम्मेदारी दी गई की वो नाराज़ चल रहे ब्राह्मणों के बीच में ये संदेश भेजे कि भारतीय जनता पार्टी ने ब्राह्मणों का प्रतिनिधित्व बढ़ाया है। केंद्र में ब्राह्मणों को मंत्री बनाया गया है, राज्य में उपमुख्यमंत्री ब्राह्मण को बनाया गया है साथ ही प्रदेश के कई मंत्रालय ब्राह्मणों को दिया गया हैं।
आज हुए भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के साथ बैठक में क़ानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने एक ज्ञापन सौंपा जिसमें लखनऊ के एक चौराहे का नाम बदला जाए, भगवान प्रशुराम के जन्मस्थली को पर्यटन स्थल घोषित किया जाए, थाने में ब्राह्मण की सुनवाई हो समते कई माँगो की एक ज्ञापन पाठक ने भाजपा अध्यक्ष को सौंपा।
नाम ना छापने की शर्त पर एक मंत्री ने बताया की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बैठक मे नेताओं को कहा की आप प्रदेश मे जाए और ब्राह्मण संगठन को बताए की भाजपा ने UP में ब्राह्मण को उपमुख्यमंत्री बनाया, मंत्रिमंडल में आधा दर्जन से ज़्यादा ब्राह्मणों को मंत्री बनाया गया, ब्राह्मणों को राज्यसभा भेजा इसके अनुपात में समाजवादी पार्टी ने ब्राह्मणों का कितना सम्मान दिया, सत्ता में कितनी भागीदारी ब्राह्मणों को सपा के शासन के दौरान मिली थी। सपा के शासनकाल के दौरान कितने ब्राह्मणों को आयोग की कमान दी गई थी।