लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका, पार्टी के इस कद्दावर नेता का निधन

लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका, पार्टी के इस कद्दावर नेता का निधन

लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। बीजेपी बिहार प्रदेश प्रभारी रहे सुनील ओझा का बुधवार को निधन हो गया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष समेत तमाम नेताओं ने ओझा के निधन पर संवेदना व्यक्त की है। नेताओं का कहना है कि ओझा के निधना से हुई क्षति की जल्द भरपाई संभव नहीं है।

सुनिल ओझा गुजरात के भावनगर के मूल निवासी थे। एक साल पहले ही उन्हें बिहार का दायित्व सौंपा गया था। इससे पहले वह उत्तर प्रदेश बीजेपी के सह प्रभारी रह चुके हैं। इस दौरान उनका केन्द्र वाराणसी था। वाराणसी में वह पीएम मोदी कार्यालय को भी संभाल चुके हैं।

उन्हें गृह मंत्री अमित शाह का बेहद करीबी माना जाता था। ओझा को बिहार में भाजपा को मजबूत करने के लिए नियुक्त किया गया था। अमित शाह द्वारा बिहार के सभी प्रमंडलों में सभाएं और लोकसभा क्षेत्र में जनसभाओं का मूल रणनीतिकार ओझा को माना जा रहा है।

ओझा बीजेपी मजबूत रणनीतिकारों में से एक थे। वह भावनगर दक्षिण से बीजेपी के विधायक भी रह चुके हैं।

बीजेपी के साथ मतभेद के चलते पार्टी से अलग हो गए थे इसके बाद 2011 में पार्टी में लौटे। 2014 और 2019 में वाराणसी लोकसभा सीट से पीएम मोदी की जीत के लिए ओझा ने ही पीच तैयार किया था। गुजरात विधानसभा चुनाव में भी मोदी के जीत के मुख्य रणनीतिकार थे।

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