
मोबाइल ट्रांजैक्शन में 30% की वार्षिक वृद्धि
2024 की दूसरी छमाही में मोबाइल फोन से किए गए ट्रांजैक्शन का कुल मूल्य ₹198 लाख करोड़ पहुंच गया, जो पिछले साल की तुलना में 30% अधिक है। यह राशि डेबिट और क्रेडिट कार्ड से हुए ट्रांजैक्शन का 14.5 गुना है।
UPI की बढ़त सबसे तेज
UPI ट्रांजैक्शन का कुल मूल्य ₹130 लाख करोड़ रहा, जो 31% की वार्षिक वृद्धि को दर्शाता है। मोबाइल पेमेंट्स की संख्या में भी 41% की बढ़ोतरी हुई और ये 88.54 अरब (8854 करोड़) पहुंच गईं।
P2M लेन-देन में सबसे तेज़ उछाल
व्यक्तिगत से व्यापारी (P2M) ट्रांजैक्शन में 50% वृद्धि देखी गई, जबकि व्यक्तिगत से व्यक्तिगत (P2P) ट्रांजैक्शन में 30% की बढ़ोतरी हुई।
- P2M का मूल्य: ₹36.35 लाख करोड़ (43% वृद्धि)
- P2P का मूल्य: ₹93.84 लाख करोड़ (26% वृद्धि)
QR कोड स्कैनिंग भी बढ़ी
दिसंबर 2024 तक 63.34 करोड़ UPI QR कोड एक्टिव थे। छोटे ट्रांजैक्शन के लिए UPI का उपयोग तेजी से बढ़ा है।
PhonePe, Google Pay और Paytm का दबदबा
इन तीन ऐप्स ने UPI ट्रांजैक्शन का 93% वॉल्यूम और 92% मूल्य नियंत्रित किया।
कार्ड ट्रांजैक्शन की स्थिति
- डेबिट कार्ड ट्रांजैक्शन में 29% गिरावट
- क्रेडिट कार्ड ट्रांजैक्शन में 36% वृद्धि
- कुल कार्ड ट्रांजैक्शन का मूल्य: ₹13.64 लाख करोड़ (8% की वृद्धि)
वर्ल्डलाइन का निष्कर्ष
“UPI ने भारत की डिजिटल क्रांति को दिशा दी है और छोटे लेन-देन में इसकी हिस्सेदारी तेजी से बढ़ रही है। आने वाले समय में डिजिटल भुगतान भारत की अर्थव्यवस्था का आधार बनेंगे,” रिपोर्ट में कहा गया।









