
आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में भारतीय बल्लेबाजों ने ऐसी शानदार पारियां खेली हैं, जिनसे न केवल भारत का नाम रोशन हुआ, बल्कि विश्व क्रिकेट में भारतीय क्रिकेट का दबदबा भी बढ़ा है। इन पारियों ने टेस्ट क्रिकेट की असली परीक्षा—धैर्य, तकनीक और फिटनेस—को नए आयाम दिए हैं। आइए जानते हैं कुछ प्रमुख भारतीय बल्लेबाजों की ऐतिहासिक पारियों के बारे में, जिन्होंने WTC के दौरान इतिहास रचा।
1.शुभमन गिल का ऐतिहासिक कारनामा (शानदार 269 रन)
भारत के युवा बल्लेबाज शुभमन गिल ने WTC में भारतीय बल्लेबाजों का सबसे बड़ा स्कोर बनाकर इतिहास रचा। जुलाई 2025 में इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम टेस्ट में गिल ने 269 रन की शानदार पारी खेली। उन्होंने 387 गेंदों पर 30 चौके और 3 छक्के लगाए। यह पारी न केवल रन के लिहाज से बड़ी थी, बल्कि यह तकनीक, धैर्य और आत्मविश्वास का बेहतरीन उदाहरण भी साबित हुई। इस पारी ने गिल को टेस्ट क्रिकेट के नए सुपरस्टार के रूप में स्थापित किया।
2.विराट कोहली की क्लासिक पारी (नाबाद 254 रन)
भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने 2019 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ पुणे टेस्ट में नाबाद 254 रन बनाए थे। 336 गेंदों पर खेली गई इस पारी में कोहली ने 33 चौके और 2 छक्के लगाए। यह पारी विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट करियर की सबसे बेहतरीन पारियों में गिनी जाती है और इससे भारत को WTC के शुरुआती दौर में मजबूत स्थिति मिली थी।
3.मयंक अग्रवाल की दोहरी मौजूदगी (243 और 215 रन)
मयंक अग्रवाल इस सूची में दो बार जगह बनाने वाले इकलौते भारतीय बल्लेबाज हैं। मयंक ने 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ इंदौर टेस्ट में 243 रन की पारी खेली थी, जिसमें 28 चौके और 8 छक्के शामिल थे। इसके अलावा, उसी साल साउथ अफ्रीका के खिलाफ विशाखापट्टनम टेस्ट में उन्होंने 215 रन बनाए थे। इन दोनों पारियों ने मयंक को उस समय भारतीय टेस्ट टीम का अहम बल्लेबाज बना दिया था।
4.यशस्वी जायसवाल का आक्रामक अंदाज (नाबाद 214 रन)
नई पीढ़ी के बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट टेस्ट में नाबाद 214 रन बनाकर सबका ध्यान खींचा। उन्होंने यह पारी सिर्फ 236 गेंदों में खेली, जिसमें 14 चौके और 12 छक्के लगाए। करीब 90 के स्ट्राइक रेट से खेली गई यह पारी टेस्ट क्रिकेट में उनके आक्रामक खेल की झलक दिखाती है।
WTC में भारतीय बल्लेबाजों ने न केवल अपनी तकनीक और धैर्य का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, बल्कि खेल के लंबे फॉर्मेट में खेलने के अपने कौशल को भी साबित किया। इन महान पारियों ने न सिर्फ भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया है, बल्कि विश्व क्रिकेट में भारत की ताकत को भी सशक्त रूप से स्थापित किया है। इन खिलाड़ियों की ये ऐतिहासिक पारियां आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगी।









