चार जिलों में दरिंदगी, नाबालिग से गैंगरेप और हत्या, सिस्टम की नाकामी से गई मासूम की जान

उत्तर प्रदेश के चार जिलों से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें ग्रेटर नोएडा से अगवा की गई एक नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप के बाद बेरहमी से हत्या कर दी गई। मेरठ में दरिंदों ने चलती कार से किशोरी को फेंका और फिर उस पर कार चढ़ा दी। सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

उत्तर प्रदेश के चार जिलों से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें ग्रेटर नोएडा से अगवा की गई एक नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप के बाद बेरहमी से हत्या कर दी गई। मेरठ में दरिंदों ने चलती कार से किशोरी को फेंका और फिर उस पर कार चढ़ा दी। सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

यह मामला तब सुर्खियों में आया जब मेरठ में सड़क किनारे एक किशोरी का खून से लथपथ शव बरामद हुआ। जांच में सामने आया कि किशोरी को ग्रेटर नोएडा से अगवा किया गया था, लेकिन सूरजपुर थाने की पुलिस ने उसकी गुमशुदगी दर्ज तक नहीं की।

बुलंदशहर के खुर्जा नगर पुलिस ने अब केस में हत्या की धारा जोड़ दी है। जबकि अपराधी एक ही रात में ग्रेटर नोएडा, हापुड़, मेरठ और बुलंदशहर में घूमते रहे और पुलिस की कोई भी पेट्रोलिंग टीम उन्हें रोक नहीं सकी। चारों जिलों की पुलिस संवेदनहीन बनी रही, न कोई सतर्कता, न कोई कार्रवाई।

आश्चर्यजनक यह है कि बिहार और उत्तर प्रदेश की नाबालिग लड़कियों को शिकार बनाने वाले इस गैंग की मौजूदगी के बावजूद अभी तक किसी जिले की पुलिस पर कोई बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई नहीं की गई है।

यह घटना न केवल पुलिस की घोर लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि समाज और सिस्टम को भी कठघरे में खड़ा करती है। सवाल यह है — क्या बेटियों की सुरक्षा अब भी प्राथमिकता है?

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