
लगातार दूसरी तिमाही में मुनाफा, BSNL का ऐतिहासिक पुनर्जागरण
सरकारी दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (Q4) में ₹280 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया है। यह लगातार दूसरी तिमाही है जब कंपनी ने मुनाफा दर्ज किया है — और यह 18 सालों में पहली बार हुआ है। FY24 की इसी तिमाही में BSNL को ₹849 करोड़ का घाटा हुआ था।
कांग्रेस शासन में ₹14,979 करोड़ घाटा, अब मोदी सरकार में मुनाफा
केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि BSNL ने अक्टूबर-दिसंबर (Q3 FY25) तिमाही में ₹262 करोड़ का लाभ कमाया था। उन्होंने कहा, “कांग्रेस शासन में जहां BSNL को ₹14,979 करोड़ का घाटा हुआ था, वहीं अब लगातार दो तिमाहियों में मुनाफा NDA की सुधारवादी नीतियों का प्रमाण है।”
FY25 में सालाना घाटा ₹2,247 करोड़ तक घटा, FY24 में था ₹5,370 करोड़
BSNL का पूरे वित्त वर्ष 2025 का घाटा ₹2,247 करोड़ रहा, जो पिछले साल के ₹5,370 करोड़ के मुकाबले लगभग आधा है। कंपनी की ऑपरेशनल आय भी 7.8% बढ़कर ₹20,841 करोड़ तक पहुंच गई है।
4G-5G विस्तार, स्वदेशी तकनीक और पूंजी निवेश बना सफलता की कुंजी
BSNL के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर ए. रॉबर्ट जे. रवि ने इस सफलता का श्रेय प्रोफेशनल मैनेजमेंट, सरकारी सहयोग और ऑपरेशनल फोकस को दिया। उन्होंने कहा, “BSNL को सिर्फ पुनर्जीवित नहीं किया जा रहा, बल्कि पुनर्परिभाषित किया जा रहा है।”
सरकार ने BSNL के लिए स्वदेशी 4G/5G उपकरणों के उपयोग, नेटवर्क-एज़-अ-सर्विस मॉडल और फाइबर नेटवर्क अपग्रेड जैसे बड़े निवेश किए हैं। साथ ही संपत्ति के वाणिज्यीकरण से पूंजी जुटाई जा रही है।
लक्ष्य सिर्फ लाभ नहीं, बल्कि सार्वजनिक सेवा में उत्कृष्टता
रवि ने यह भी कहा, “हमारा उद्देश्य सिर्फ मुनाफा नहीं है। हमारा मिशन है टेलीकॉम में सार्वजनिक सेवा की उत्कृष्टता को फिर से परिभाषित करना। जब हम नवाचार करेंगे और हाशिए पर खड़े नागरिकों तक पहुंचेंगे, तो मुनाफा अपने आप आएगा।”









