
केंद्र सरकार ने 2025-26 के बजट में अगले वर्ष से मेडिकल कॉलेजों में 10,000 अतिरिक्त सीटों के सृजन की घोषणा की है, जिसे शिक्षा विशेषज्ञों और हितधारकों द्वारा स्वागत किया गया है। इस कदम से मेडिकल छात्रों का अन्य देशों में जाने का प्रवृत्ति कम होगी।
मेडिकल शिक्षा की वृद्धि के लिए सरकार का कदम
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को यह घोषणा की कि सरकार अगले पांच वर्षों में मेडिकल कॉलेजों में 75,000 सीटें जोड़ेगी। इस पहल को स्वास्थ्य क्षेत्र की आवश्यकताओं को पूरा करने और छात्रों के प्रवाह को अन्य देशों में कम करने के रूप में देखा जा रहा है।
आईआईटी, मेडिकल कॉलेज और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के लिए बजट में महत्वपूर्ण घोषणाएं
बजट में पांच नए आईआईटी में 6,500 अधिक छात्रों को समायोजित करने के लिए बुनियादी ढांचे का विस्तार, 10,000 नई मेडिकल सीटें और शिक्षा के लिए 500 करोड़ रुपये की धनराशि से कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) में उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने की घोषणा की गई है।
शिक्षा क्षेत्र में अधिक सीटें और शिक्षा नीति में बदलाव की आवश्यकता
इंडिया एडटेक कंसोर्टियम (IEC) के अनुसार, मेडिकल कॉलेजों में सीटों की संख्या बढ़ाना स्वास्थ्य क्षेत्र की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आवश्यक है। इसके अलावा, विदेश में चिकित्सा शिक्षा का स्तर और FMGs की पास प्रतिशत भी चिंता का विषय है।
विशेषज्ञों का कहना: शिक्षा क्षेत्र को और मजबूत बनाने की जरूरत
अम्रप इंडिया की प्रीती कुमार ने कहा कि इस बजट में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण विस्तार की योजना है, खासकर आईआईटी, मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में, लेकिन इसके साथ ही गुणवत्ता वाले फैकल्टी की भी आवश्यकता है।
प्राइवेट संस्थानों को भी मिलेगा बढ़ावा
बीआईटी मेसरा के उपकुलपति इंद्रनील मन्ना ने कहा कि इस बजट में प्राइवेट शिक्षा संस्थानों पर अतिरिक्त ध्यान देने से इस क्षेत्र को एक मजबूत बढ़ावा मिल सकता था, क्योंकि अधिकतर छात्र प्राइवेट संस्थानों में दाखिला लेते हैं।
मेडिकल शिक्षा का विस्तार: देश में स्वास्थ्य सेवा में सुधार
अम्रिता विश्व विद्यापीठम के उपकुलपति डॉ. वेंकट रंगन ने कहा कि अगले पांच वर्षों में 75,000 मेडिकल सीटों की वृद्धि से चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा की पहुंच में महत्वपूर्ण सुधार होगा।
2024 में NEET UG में 25 लाख से अधिक छात्रों ने किया पंजीकरण
देश भर में 1.10 लाख MBBS सीटें उपलब्ध हैं और 2024 में मेडिकल प्रवेश परीक्षा (NEET UG) में 25 लाख से अधिक छात्रों ने पंजीकरण कराया था।









