
बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत हंगामेदार रही और भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर लंदन में अपने भाषणों के जरिए भारत का अपमान करने का आरोप लगाया। सरकार के आरोपों का जवाब देते हुए, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा “मोदी जी के तहत कानून और लोकतंत्र का शासन नहीं है। हम अडानी शेयरों के मुद्दे पर जेपीसी के गठन की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा जब हम इस मुद्दे को उठाते हैं तो माइक बंद कर दिया जाता है। साथ ही साथ सदन में हंगामा शुरू हो जाता है। खरगे के इस बयान के बाद संसद में हंगामा शुरू हो गया। जिसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा, ‘इस सदन के सदस्य राहुल गांधी ने लंदन में भारत का अपमान किया। मैं मांग करता हूं कि उनके बयानों की इस सदन के सभी सदस्यों द्वारा निंदा की जानी चाहिए और उन्हें सदन के सामने माफी मांगने के लिए कहा जाना चाहिए। वहीं दूसरी तरफ राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने इस बीच कहा, ‘मैंने कभी किसी को सदन में बोलने से नहीं रोका’। गांधी ने पिछले हफ्ते ब्रिटिश संसद में बोलते हुए दावा किया था कि भारतीय संसद में विपक्षी नेताओं के माइक बंद कर दिए गए हैं।
बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू होने से पहले कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की संयुक्त रणनीति तैयार करने के लिए 16 विपक्षी दलों के नेताओं ने सोमवार को संसद भवन में बैठक की। विपक्षी नेताओं ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कक्ष में मुलाकात की और जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग और अडानी मामले के मुद्दों को उठाने का फैसला किया।








