यूपी के मेडिकल कॉलेजों में होंगी बंपर भर्तियां, डॉक्टर-पैरामेडिकल स्टाफ समेत कई पदों के सृजन को मिली मंजूरी

प्रदेश प्रत्येक जिले में एक मेडिकल खोलने की कवायद चल रही है. बहरहाल पूरे यूपी में वर्तमान में 35 मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे है. डिप्टी सीएम का कहना है कि पीपीपी मॉडल पर भी मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं.

लखनऊ: डिजिटल डेस्क: प्रदेश की योगी सरकार हर जनपद में मेडिकल कॉलेज के सपने को चरितार्थ करने में लगी है. वही प्रदेश मेडिकल कॉलेजों के होने से रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे. इसको लेकर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि आने वाले समय में मेडिकल कॉलेज व संस्थानों में डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ व कर्मचारियों की भर्ती के रास्ते खोले दिए गए हैं. इससे अच्छे डॉक्टर तैयार होंगे. इसी के साथ मरीजों को अच्छा इलाज मिल सकेगा. डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रदेश के तमाम मेडिकल कॉलेजों में नए पदों के सृजन के लिए प्रस्ताव भेजा गया था जिसको मंजूरी प्रदान की गई है.

गौरतलब है कि प्रदेश प्रत्येक जिले में एक मेडिकल खोलने की कवायद चल रही है. बहरहाल पूरे यूपी में वर्तमान में 35 मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं. डिप्टी सीएम का कहना है कि पीपीपी मॉडल पर भी मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं. हर जनपद में मेडिकल कॉलेज होने से आकास्मिक स्थिति में मरीजों को सफर तय कर दूसरें जगहों पर नही जाना पड़ेगा. डिप्टी सीएम ने कहा कि हर जनपद में मडिकल कॉलेज होने से उनके जिले में ही विशेषज्ञ डॉक्टर से इलाज मिल सकेगा. साथ ही मरीजों को बेहतर इलाज संग बेरोजगारों को नौकरी भी मिलेगी. प्रदेश सरकार अपने वादे को पूरा करने के लिए तत्पर है.

इतने पदों पर होगी नई नियुक्ति

तय रुपरेखा के अनुसार राजकीय मेडिकल कॉलेजों में 45000 से अधिक पदों के सृजन किया जा चुका है. अब सुपर स्पेशियालिटी संस्थानों में पदों का सृजन किया गया है. 10042 पदों का सृजन किया गया है. इसमें 1256 फैकल्टी व 8786 नर्स, पैरामेडिकल व लिपिक संवर्ग के पदों का सृजन किया गया है. इसमें 1256 फैकल्टी व 8786 नर्स, पैरामेडिकल व लिपिक संवर्ग के पदों का सृजन किया गया है. वहीं अकेले लोहिया संस्थान में 3862 नए पद स्वीकृत किए गए हैं. इसमें 803 शैक्षणिक व 3059 गैर शैक्षणिक पदों का सृजन किया गया है. इन सभी रिक्तियों को पूरा करने के लिए चरणबद्ध तरीके से भर्तियां होंगी.

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