CAIT: दिपावाली और छठ पूजा के साथ भारत में फेस्टिव सीजन समाप्त हो जाएगा. ये फेस्टिव सीजन देश के अर्थव्यवस्था के साथ ही कारोबारियों दोनों के लिए ही अच्छा साबित रहले वाला हैं. धनतेरस से लेकर दिपावाली तक देश में 4.25 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हुआ. वहीं अब फेस्टिव सीजन समाप्त होने के बाद 12 नवंबर से शादियों का सीजन शुरू हो जाएगा. जानकारी के अनुसार,, शादियों का ये सीजन 2 महीने तक चलने वाला हैं,जिससे देश की इकोनॉमी को भी बूस्ट मिलेगा.
48 लाख करोड़ रुपये का कारोबार
दरअसल, कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने कहा है कि भारत में 12 नवंबर से 16 दिसंबर तक तेजी वाले आगामी शादी के सीजन में करीब 48 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होने की संभावना है, जबकि पिछले साल 35 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था। पिछले साल की 11 शुभ तारीखें थी,वही इस साल के सीजन में 18 तारीखें होंगी, जिससे व्यापार में तेजी की भी उम्मीद है। इसका साथ ही अकेले दिल्ली में इस साल 4.5 लाख करोड़ रुपए का बिजनेस होने की उम्मीद है।
शुभ विवाह तिथियां
CAIT के वेद और आध्यात्मिक समिति के संयोजक आचार्य दुर्गेश तारे ने कहा कि इस सीजन के लिए शुभ विवाह तिथियां 12, 13, 17, 18, 22, 23, 25, 26, 28 और 29 नवंबर और 4, 5, 9, 10, 11, 14, 15 और 16 दिसंबर हैं। इस अवधि के बाद, जनवरी के मध्य से मार्च 2025 तक सीजन फिर से शुरू होने से पहले लगभग एक महीने का विराम होगा।
शॉपिंग ट्रेंड में हुआ बदलाव
इसके अलावा CAIT के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल के अनुसार, खरीदारों ने इस बार अपना शॉपिंग ट्रेंड में बदलाव किया है.अब लोग मेड इन इंडिया का महत्व दे रहे हैं. इसके साथ ही दिपावाली पर लोगों की जमकर खरीदारी से देश की इकोनॉमी को भी जबरदस्त बूस्ट मिलेगा. इससे कारोबारियों की निगाहें शादियों के सीजन पर टिकी हुई हैं.
एक शादी में कितना खर्च
वही CAIT ने अनुमान लगाया है कि देश भर में 10 लाख शादियों में औसतन 3 लाख रुपये खर्च होंगे। करीब 10 लाख शादियों में 6 लाख रुपये खर्च होंगे। करीब 10 लाख शादियां ऐसी होंगी जिनमें 10 लाख रुपये, इतनी ही शादियों में 15 लाख रुपये खर्च होंगे। लगभग 7 लाख शादियां ऐसी होंगी जिनमें औसतन 25 लाख रुपये खर्च होंगे जबकि 50,000 शादियों में 50 लाख रुपये खर्च होंगे। देश में करीब 50,000 ऐसी शादियां होंगी जिनमें एक करोड़ या उससे अधिक राशि के खर्च होने का अनुमान है।