
Balrampur Victim Girls. धर्मांतरण के नाम पर अपराध का एक बड़ा रैकेट उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले से सामने आया है। छांगुर गिरोह के जरिए 5000 से ज्यादा बेटियों का धर्मांतरण कराने का मामला उजागर हुआ है। योगी सरकार के जीरो टॉलरेंस नीति के तहत इस गिरोह पर कड़ा एक्शन लिया गया है। इस गिरोह ने ब्रेनवॉश, ब्लैकमेल, प्रेमजाल, गैंगरेप और शोषण जैसी जघन्य घटनाओं को अंजाम दिया, जिससे न केवल इन लड़कियों के जीवन को नष्ट किया, बल्कि उनके परिवारों के भविष्य से भी खिलवाड़ किया।
गिरोह का नेटवर्क और फंडिंग
इसके पीछे एक बड़ा अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क काम कर रहा था। नेपाल, दुबई, सऊदी, तुर्की और पाकिस्तान से हवाला के जरिए पैसे ट्रांसफर किए जा रहे थे। 300 करोड़ रुपये से अधिक की फंडिंग इस गिरोह को मिली थी, जिससे उनके शोषण के अभियान को बढ़ावा मिला। इन अपराधों की परतें अब खुलने लगी हैं, जिसमें शिजर-ए-तैय्यबा नामक पुस्तक के जरिए इस्लामिक कट्टरपंथी विचारधारा का प्रचार किया गया।
हवाला और बैंक खातों का इस्तेमाल
गिरोह के सदस्यों ने काठमांडू और नेपाल के सीमावर्ती जिलों में 100 से अधिक बैंक खाते खोलकर हवाला के जरिए अवैध लेन-देन किया। इन खाते से विदेशों से भेजी गई रकम का इस्तेमाल भारत में धर्मांतरण के अभियान को बढ़ावा देने के लिए किया गया।
पीड़िताओं के आरोप: दरिंदगी और शोषण की कहानी
पीड़िताओं ने खुलासा किया कि उन्हें सामूहिक दुष्कर्म का शिकार बनाया गया और फिर वीडियो से ब्लैकमेल किया गया। धर्मांतरण से इनकार करने पर उन्हें जलाया गया और उन्हें धर्मांतरण करने के लिए 15 लाख रुपये तक का ऑफर दिया गया। गिरोह ने खासतौर पर ब्राह्मण, क्षत्रिय और दलित लड़कियों को अपना मुख्य लक्ष्य बनाया।
मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी और कार्रवाई
मुख्य आरोपी छांगुर और नीतू रोहरा को ATS (एंटी टेररिज्म स्क्वाड) ने रिमांड पर लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। पुलिस ने अलीगढ़, प्रयागराज, मुंबई, दिल्ली, बिहार और गुजरात में छापेमारी की और कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। उमर गौतम सहित 16 दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।
योगी सरकार का कड़ा एक्शन
योगी सरकार ने छांगुर की अवैध कोठी पर बुलडोजर चलाया और पूरे नेटवर्क को बेनकाब करने का ऐलान किया है। सरकार का कहना है कि 700 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध लेन-देन का खुलासा हुआ है और छांगुर नेटवर्क की हर परत को खोला जाएगा।
संबंधित घटनाएं और गिरफ्तारी
2021 से अब तक 20 से अधिक गिरफ्तारियां की जा चुकी हैं। सरकार ने इस गिरोह को पूरी तरह से खत्म करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई है और आगे भी कड़ी कार्रवाई जारी रखने का आश्वासन दिया है।
इस मामले ने न केवल बलरामपुर जिले, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में सनसनी मचा दी है। योगी सरकार के जीरो टॉलरेंस नीति और कड़े कदमों के चलते यह गिरोह बेनकाब हो सका है। हालांकि, यह अपराधी नेटवर्क अभी भी जांच के दायरे में है और आगे और भी गिरफ्तारियां संभव हैं।









