डल झील के किनारे 2 अगस्त से लगेगा चिनार बुक फेयर, 200 से ज्यादा प्रकाशकों की भागीदारी तय

Chinar Book Fair 2025. डल झील के किनारे इस साल चिनार बुक फेयर 2 अगस्त से 10 अगस्त तक आयोजित किया जाएगा। इस नौ दिवसीय मेले में देशभर से 200 से अधिक प्रकाशक और पुस्तक विक्रेता भाग लेंगे। किताबों में उर्दू, फारसी, हिंदी और अंग्रेजी साहित्य के साथ-साथ विज्ञान, एआई और तकनीकी विषयों की पुस्तकें उपलब्ध रहेंगी।

इस बार पुस्तक मेले में ड्रोन तकनीक, साइबर क्राइम, और कश्मीरी ऐतिहासिक ग्रंथ ‘राजतरंगिणी’ पर सत्र आयोजित किए जाएंगे। हिंदी फिल्म निर्देशक इम्तियाज अली एक विशेष सत्र में वक्ता होंगे। वहीं, जामिया मिलिया इस्लामिया के कुलपति प्रो. मझहर आसिफ ‘धर्म, संस्कृति और आधुनिकता’ विषय पर मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे।

‘उर्दू और फारसी में जेंडर एडवोकेसी’ विषय पर पैनल चर्चा में दिल्ली यूनिवर्सिटी की प्रो. सैयद मुबीन ज़हरा और लेखिका नसरीन हमजा अली जैसे वक्ता मौजूद रहेंगे।

कार्यक्रम में इस बार शारदा लिपि पर राष्ट्रीय प्रदर्शनी और गोजरी भाषा की पहली अनुवाद कार्यशाला भी आयोजित की जाएगी। साथ ही तमिल-कश्मीरी सांस्कृतिक संवाद पर चर्चा भी होगी।

मुख्य संयोजक डॉ. अमित वांचू ने बताया कि “पिछले साल युवाओं की टेक्नोलॉजी में रुचि को देखते हुए, इस बार ड्रोन और साइबर सत्रों को जोड़ा गया है।” मेले में कैलीग्राफी, रचनात्मक लेखन, स्टोरी टेलिंग, इलस्ट्रेशन वर्कशॉप और थिएटर प्रस्तुतियां भी शामिल होंगी।

इस आयोजन में राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय (Rashtriya e-Pustakalaya) डिजिटल मंच भी प्रस्तुत किया जाएगा, जहां हजारों ई-बुक्स मुफ्त में उपलब्ध होंगी।

प्रवेश नि:शुल्क रहेगा, और पुस्तकों पर विशेष छूट दी जाएगी। आयोजकों को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के विश्वविद्यालयों से बड़ी संख्या में छात्रों की भागीदारी की उम्मीद है।

Related Articles

Back to top button