
Indigo Crisis : केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने राज्यसभा में इंडिगो फ्लाइट संकट पर महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने बताया कि 1 दिसंबर को इंडिगो ने क्रू रोस्टरिंग और आंतरिक योजना से संबंधित किसी भी समस्या की सूचना नहीं दी थी। लेकिन मात्र 48 घंटे बाद, 3 दिसंबर को अचानक क्रू की अनुपलब्धता और रोस्टरिंग फेल्योर की वजह से हवाई अड्डों पर यात्रियों को कठिनाई का सामना करना पड़ा। नायडू ने यह भी कहा कि इस मामले में जांच चल रही है और बहुत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी और हवाई अड्डों पर नियंत्रण सुनिश्चित किया। हालांकि, उन्होंने यह सवाल उठाया कि क्या इंडिगो ने सरकार पर दबाव बनाने के लिए जानबूझकर संकट को बढ़ावा दिया। फिलहाल, इंडिगो के सीईओ, DGCA के डीजी और FSD डायरेक्टर रविंद्र सिंह जमवाल पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
नायडू के बयान से यह साफ हो गया कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय इंडिगो के इस संकट पर गहरी नजर रखे हुए है और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।









