सोमवार को उत्तर प्रदेश विधान सभा में नवनिर्वाचित विधायकों ने शपथ ग्रहण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने भी उत्तरदायित्व निर्वहन की शपथ ली। राजनीती के दोनों धुर विरोधी नेताओं ने शपथ ग्रहण के बाद एक दूसरे से औपचारिक भेंट की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव से हाथ मिलाया और उनके कंधे पर हाथ रखा।
भले ही दोनों एक दूसरे के धुर विरोधी राजनैतिक प्रतिद्वंदी क्यों ना हो लेकिन उनकी इस औपचारिकता में एक बड़ा संदेश छिपा हुआ है। राजनैतिक मतभिन्नता का मतलब मनभेद नहीं होता। सबसे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शपथ ली और फिर अखिलेश यादव ने अपने दायित्व निर्वहन की शपथ ली। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने निर्धारित स्थान पर जाते हुए अखिलेश से औपचारिक मुलाकात की, हाथ मिलाया और कंधे पर हाथ रखा।
बता दें कि इस बार विधान सभा में विपक्ष की स्थिति मजबूत हुई है। मैनपुरी के करहल विधानसभा सीट से पूर्व सीएम अखिलेश यादव विधायक चुने गए हैं। इसके साथ ही चूंकि वो आजमगढ़ से सांसद भी थे, ऐसे में उन्होंने लोक सभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया और विधानसभा में बतौर नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में आ गए। शपथ ग्रहण के बाद अब यूपी विधानसभा का नजारा दिलचस्प होगा क्योंकि इस बार विधानसभा में विपक्ष मजबूत है और अखिलेश यादव नेता प्रतिपक्ष।