CM YOGI बोलें- भारत में गुरु शिष्य की परम्परा, संतों ने हमेशा हिन्दी को दिया महत्व…

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पंहुचे, और गोरक्षनाथ मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा के आजोजन में साप्ताहिक पुण्यतिथि कार्यक्रम में हुए सम्मिलित हुए. ऐसे में महंत दिग्विजय नाथ की 55वी पुण्यतिथि कार्यक्रम है, और ब्रह्म कालीन महंत अवैद्यनाथ की 10वी पुण्यतिथि कार्यक्रम है.

Gorakhpur : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पंहुचे, और गोरक्षनाथ मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा के आजोजन में साप्ताहिक पुण्यतिथि कार्यक्रम में हुए सम्मिलित हुए. ऐसे में महंत दिग्विजय नाथ की 55वी पुण्यतिथि कार्यक्रम है, और ब्रह्म कालीन महंत अवैद्यनाथ की 10वी पुण्यतिथि कार्यक्रम है.

आपको बता दें कि हर बार की तरह इस बार भी गोरक्षनाथ मंदिर में महंत दिग्विजय नाथ की 55वी पुण्यतिथि कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. ब्रह्म कालीन मंहत अवैद्यनाथ की 10वीं पुण्यतिथि कार्यक्रम है. ऐस में यह पुण्यतिथि कार्यक्रम गोरक्षपीठाधीश्वर के देखरेख में प्रतिवर्ष होता है. और मुख्यमंत्री की मौजूदगी में श्रीमद्भागवत कथा का आज शुभारंभ होगा.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा, ये यहां के श्रद्धालुजनों का सौभाग्य है. भारत में गुरु शिष्य की परम्परा है. संतों ने हमेशा से हिन्दी को महत्व दिया. हिंदी, स्थानीय भाषा लोगों को जोड़ती है. श्रीमद् भागवत पुराण एक मोक्ष ग्रंथ है. ‘इससे श्रद्धालु जीवन के रहस्यों को समझता है’, यह हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है.

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