शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले के लखनऊ आगमन पर बोले CM योगी- शतरंज से निर्णय लेने की क्षमता का होता है विकास

सीएम योगी ने इस अवसर पर विश्वनाथन आनन्द के साथ चेस बोर्ड पर सेरेमोनियल मूव भी किया. उन्होंने अपने संबोधन आगे कहा कि शतरंज दो खिलाड़ियों के बीच खेला जाने वाला एक बौद्धिक एवं मनोरंजक खेल है। शतरंज व्यक्ति के धैर्य और उसके ध्यान को भी केन्द्रित करने की क्षमता विकसित करने की एक प्राचीन विधा है. शतरंज का खेल हमें अनुशासन भी सिखाता है और साथ-साथ धैर्य के साथ निर्णय की प्रतीक्षा के लिए भी हमें प्रेरित करता है.

रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले – 2022 के लखनऊ आगमन पर स्वागत किया. उन्होंने कहा कि हम सभी के लिए यह एक गौरव की बात है कि भारत को 44 वें शतरंज ओलंपियाड – 2022 के आयोजन का अवसर प्राप्त हुआ है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले के आगमन पर उत्तर प्रदेश विधान भवन के सामने अपना संबोधन भी दिया. इंटरनेशनल चेस फेडरेशन द्वारा आयोजित इस ओलंपियाड प्रतियोगिता के लखनऊ सत्र में के ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद भी सम्मिलित हुए.

सीएम योगी ने इस अवसर पर प्रदेश की जनता की ओर से शतरंज के 05 बार के विश्व विजेता ग्रैण्ड मास्टर विश्वनाथन आनन्द का अभिनन्दन किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश के 09 शहरों का मशाल रिले के लिए चयन किया गया है और भारत शतरंज की इस प्रतिष्ठित अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता की पहली बार मेजबानी कर रहा है.

सीएम योगी ने अपने संबोधन के दौरान आगे कहा कि इस प्रतियोगिता का आयोजन तीन दशक में एशिया में भी पहली बार हो रहा है जिसकी मेजबानी भारत कर रहा है. उन्होंने कहा कि इस शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन साल 1927 से ही हो रहा है और शतरंज खेल को बढ़ावा देने तथा इसके प्रचार-प्रसार के लिए इस साल पहली बार फिडे ने शतरंज ओलम्पियाड मशाल की स्थापना की है, जो ओलम्पिक परम्परा का ही हिस्सा है.

सीएम योगी ने इस अवसर पर विश्वनाथन आनन्द के साथ चेस बोर्ड पर सेरेमोनियल मूव भी किया. उन्होंने अपने संबोधन आगे कहा कि शतरंज दो खिलाड़ियों के बीच खेला जाने वाला एक बौद्धिक एवं मनोरंजक खेल है। शतरंज व्यक्ति के धैर्य और उसके ध्यान को भी केन्द्रित करने की क्षमता विकसित करने की एक प्राचीन विधा है. शतरंज का खेल हमें अनुशासन भी सिखाता है और साथ-साथ धैर्य के साथ निर्णय की प्रतीक्षा के लिए भी हमें प्रेरित करता है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि यह खेल निर्णय लेने एवं क्रिया-प्रतिक्रिया की आंकलन क्षमता में भी वृद्धि करता है. यदि हम में निर्णय लेने की क्षमता है, तो अपने जीवन में आगे बढ़ पाएंगे. अनिर्णय के कारण कभी-कभी जीती हुई बाजी भी हार जाते हैं। शतरंज हमारी बौद्धिक एवं निर्णय लेने की क्षमता को सामर्थ्य एवं शक्ति प्रदान करता है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत उत्तर प्रदेश सरकार के कई कैबिनेट मंत्री भी मौजूद रहे.

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