
उत्तर प्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए महाकुंभ पर फैलाई जा रही अफवाहों का करारा जवाब दिया। उन्होंने इसे भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म का गौरव बताते हुए विपक्ष की निंदा की, जो महाकुंभ को लेकर दुष्प्रचार और झूठी अफवाहें फैला रहा था।
सीएम योगी ने विपक्ष की भाषा पर भी कटाक्ष किया, कहा कि उनकी भाषा सभ्य समाज के अनुकूल नहीं है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वे सनातन धर्म का अपमान नहीं सहेंगे। महाकुंभ के महत्व को समझाते हुए उन्होंने यह भी कहा कि जैसे संक्रमित व्यक्ति का इलाज संभव है, वैसे ही संक्रमित सोच का इलाज नहीं किया जा सकता।
इसके अलावा, राम मंदिर और अयोध्या पर भी विपक्ष पर हमला करते हुए कहा, “जो लोग रामलला विराजमान होने का विरोध कर रहे थे, वे आज महाकुंभ का भी विरोध कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि जो पहले महाकुंभ का विरोध कर रहे थे, वे अब चुपचाप स्नान करने आ रहे हैं।
अंत में, योगी ने डबल इंजन सरकार के तहत उत्तर प्रदेश की छवि को सुधारने का श्रेय लिया, और कहा कि अब राज्य को विकास, कानून व्यवस्था, और संस्कृति संरक्षण के लिए जाना जाता है।