
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार उत्तर प्रदेश में इंसेफेलाइटिस का “उन्मूलन” करने में सफल रही। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में पिछली सरकारों ने इस घातक विषाणु जनित बीमारी की रोकथाम के लिए कुछ नहीं किया। पूर्वी यूपी के सिद्धार्थनगर से संचारी रोग नियंत्रण अभियान के शुभारंभ पर बोलते हुए, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इंसेफेलाइटिस पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए एक “अभिशाप” हुआ करता था।
उन्होंने आगे कहा, “इंसेफेलाइटिस के कारण 1977 से 2017 तक हर साल कई लोगों की मौत हुई। पूर्वी यूपी में इस बीमारी से हर साल 2,000-3,000 मौतें होती थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने इंसेफेलाइटिस का मुकाबला किया। स्वच्छ भारत मिशन और अन्य अभियानों के माध्यम से, हमने विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ काम करना शुरू किया।”
बता दें कि इंसेफेलाइटिस एक गंभीर न्यूरोलॉजिकल बीमारी है जो मस्तिष्क की सूजन का कारण बनती है। इसके लक्षणों में सिरदर्द, बुखार, भ्रम, गर्दन में अकड़न और उल्टी आदि शामिल हो सकते हैं। यह रोग सबसे अधिक बच्चों और युवा वयस्कों को प्रभावित करता है और इससे मृत्यु दर हो सकती है। बहरहाल, प्रदेश सरकार का दावा है कि यूपी में इंसेफेलाइटिस का से मुक्त हो चूका है।