
वाराणसी पुलिस ने करोड़ों रुपये के कोडीन कफ़ सिरप तस्करी रैकेट में दो आरोपियों विशाल जायसवाल और बादल आर्या को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज़ों पर अपनी-अपनी फर्में रजिस्टर्ड कराई थीं, जिनका इस्तेमाल शुभम जायसवाल के बेहद करीबी लोग नकली बिल तैयार करने में कर रहे थे। हालांकि, इस मामले में अब भी कई बड़े सवाल उठ रहे हैं।
🔴 BREAKING NEWS वाराणसी में कोडीन कफ़ सिरप तस्करी स्कैंडल। सिंडिकेट पर शिकंजा अब भी ढीला
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) December 8, 2025
वाराणसी पुलिस ने करोड़ों रुपये के कोडीन कफ़ सिरप तस्करी रैकेट में दो आरोपियों विशाल जायसवाल और बादल आर्या को गिरफ्तार किया है। दोनों ने फर्जी दस्तावेज़ों पर अपनी–अपनी फर्में रजिस्टर्ड कराई… pic.twitter.com/3vESav4Iph
सिंडिकेट का मुख्य सरगना शुभम जायसवाल अब भी फरार है, और उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। FSDA के अधिकारियों की भूमिका पर भी गंभीर सवाल उठ चुके हैं, लेकिन अब तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। यह मामले में एक बड़ी लापरवाही का संकेत देता है।
पुलिस को यह जानकारी मिली है कि तस्करी का यह नेटवर्क देश-विदेश तक फैला हुआ है, लेकिन अब तक इसके मुख्य सरगना और बड़े खिलाड़ियों तक पहुंचने में पुलिस नाकाम रही है।
छोटे आरोपियों की गिरफ्तारी के बावजूद सिंडिकेट संचालित करने वाले बड़े खिलाड़ियों पर कार्रवाई अब भी ‘ज़ीरो’ है, जो इस मामले में गंभीर सवाल खड़े करता है।
यह तस्करी स्कैंडल न केवल वाराणसी बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन चुका है। प्रशासन की ओर से इस मामले में सख्त कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।









