
असम पुलिस ने बुधवार देर रात वडगाम के विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवानी को हिरासत में ले लिया. दरअसल, जिग्नेश मेवनी ने कथित तौर पर एक ट्वीट किया था जिसमें गुजरात में हुए सांप्रदायिक दंगों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र था. जिग्नेश मेवानी ने ट्वीट में लिखा था,”गोडसे को भगवान मानने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी” को गुजरात में सांप्रदायिक झड़पों के खिलाफ शांति और सद्भाव की अपील करनी चाहिए.
असम के चार पुलिसकर्मियों की एक टीम ने बनासकांठा के पालनपुर सर्किट हाउस से मेवानी को हिरासत में लिया. मेवानी के एक करीबी ने कहा कि पुलिस अपराध का ब्योरा नहीं दे रही थी. अहमदाबाद हवाई अड्डे पर कांग्रेस नेताओं और उनके समर्थकों द्वारा हंगामा करने के बाद ही पुलिस ने मेवानी के खिलाफ उनके ट्वीट वाले मामले का खुलासा करने वाला एक दस्तावेज दिखाया.
दस्तावेजों से पता चला कि असम में कोकराझार जिले के भबनीपुर निवासी अनूप कुमार डे ने जिग्नेश के खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी. जिस आधार पर मेवानी के खिलाफ धारा 120B (आपराधिक साजिश), धारा 153 (A), 295 (A), 504, 506 और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था.
अनूप कुमार डे ने शिकायती पत्र में लिखा कि उन्हें 18 अप्रैल को मेवाणी का एक ट्वीट मिला, जिसमें उन्होंने उल्लेख किया था कि “भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ‘गोडसे’ की पूजा करते हैं और भगवान के रूप में मानते हैं. पीएम मोदी को 20 अप्रैल को गुजरात के दौरे पर जनता से हिम्मतनगर, खंभात और वेरावल जैसे क्षेत्रों में शांति और सद्भाव के लिए अपील करनी चाहिए जहां सांप्रदायिक हिंसा हुई थी.”









