
25 दिसंबर को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में क्रिसमस डे के अवसर पर भारी भीड़ जुटी. कोरोना प्रोटोकॉल्स को तार-तार कर रही इस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. एक तरफ जब दुनिया कोरोना वायरस संक्रमण के साए में जी रही है. ऐसे में प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बड़ी संख्या में उमड़े लोग कोरोना और इसके नए वेरिएंट BF-7 के संभावित खतरे को ठेंगा ठेंगा दिखाते नजर आए.
एक तरफ जहां प्रदेश सरकार लोगों से कोरोना प्रोटोकॉल्स का अनुपालन करने की अपील कर रही है. वहीं दूसरी तरफ लोग हैं कि सरकार की अपील को दरकिनार कर रहे हैं. क्रिसमस डे के अवसर पर हजरतगंज इलाके में जुटी भारी भीड़ क्या कोरोना संक्रमण के संभावित खतरे को दावत नहीं दे रही?
हजरतगंज इलाके में लाखों की तादाद में जुटे लोगों में किसी ने भी मास्क नहीं पहन रखा था. प्रशासन के लोगों ने भी मास्क नहीं पहना हुआ था. भीड़ द्वारा पुलिस के सामने ही कोरोना प्रोटोकॉल्स की धज्जियां उड़ाई जा रही थी. भारत में जब कोरोना के BF-7 वैरिएंट का अलर्ट जारी है तो आखिर इस तरह के आयोजनों में कोविड प्रोटोकॉल्स का उल्लंघन क्यों होने दिया जा रहा है.