केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शनिवार को 2019 के लोकसभा चुनावों और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी सीट जीतने की अपनी लड़ाई को याद करते हुए कहा कि अमेठी में चुनाव लड़ना “एक ऐसी व्यवस्था के खिलाफ विद्रोह था जो काम नहीं करती थी।” भाजपा सांसद ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा पर भी हमला बोला।
दरअसल, शनिवार को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने अमेठी में संयुक्त रूप से एक जनसभा को सम्बोधित किया। यूपी में कांग्रेस के दोनों नेताओं की इस जनसभा को निशाना बनाते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि आगामी यूपी विधानसभा चुनावों के लिए उनकी ये पदयात्रा औचित्यहीन है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपनी जनसभा में भीड़ जुटाने के लिए छत्तीसगढ़, लखनऊ और सिद्धार्थनगर से लोग और समर्थक बुलाए थे।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शनिवार को दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में अपनी नई थ्रिलर उपन्यास ‘लाल सलाम किताब का आधिकारिक विमोचन किया। इस दौरान उन्होंने वरिष्ठ पत्रकार वीर सांघवी के साथ कई मुद्दों पर चर्चा भी की। स्मृति ने अपनी किताब में अपने जीवन यात्रा और संघर्षों को उद्दृत किया है। इसी मौके पर स्मृति ने राहुल और प्रियंका पर किराए की भीड़ जुटाने का आरोप लगते हुए कहा कि उनकी पदयात्रा में अमेठी की कोई जनता नहीं थी। उन्होंने कांग्रेस पर दूसरे राज्यों और जिलों से समर्थकों को बुलाने का आरोप लगते हुए निशाना साधा।