
डेंगू से बढ़ते मामलों पर कोर्ट सरकार से नाराज हो गई है। कल राज्य सरकार ने इलाहाबाद हाइकोर्ट की लखनऊ बेंच में डेंगू से बचाव के लिए अपना पक्ष रखा था। कोर्ट ने सरकार के दावों पर पलटवार किया है। कोर्ट ने कहा हमारे पास एजेंसी होती तो हम आपके दावों की जाँच ज़रूर कराते। राज्य सरकार ने दावा करते हुए कहा थी कि न तो दवाओं की कमी है न ही बेड की।कोर्ट ने अफ़सोस जताते हुए कहा कि ज़मीनी हक़ीक़त तो कुछ और ही है।
डेंगू के मामले में अगली सुनवाई अब 9 नवम्बर को होगी। कोर्ट ने कहा कि संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए क्या क़दम उठाए गए थे इसकी जानकारी माँगी, उसी के साथ साथ मरीज़ों के इलाज के लिए विशेषज्ञों से सलाह ली गई है या नहीं लोगों को जागरूक किया गया है या नहीं यह भी बताया जाए। संचारी रोगों के दृष्टिगत मतदाता पुनरीक्षण अभियान के निरीक्षण के दौरान नगर निगम के जोनल कार्यालय में सफाई अभियान, फॉगिंग व डेंगू की रोकथाम के सम्बन्ध में नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग दिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं।
मच्छरों की ब्रीडिंग रोकने के लिए क्या करें उपाय ?
- वाटर टैंक व कंटेनरों को ढक कर रखे, घर के अंदर व आसपास पानी को जमा न होने दे।
- अनावश्यक कन्टेनर, कबाड़, टायर व नारियल के खोल में पानी जमा न होने दें । तत्काल उसका निस्तारण सुनिश्चित करे।
- प्रत्येक सप्ताह कूलर का पानी बदले, कूलर आदि में ज़्यादा दिनों तक पानी जमा न होने दे।
- घरों और होटल के वाटर टैंक में लार्वीवोरस मछली का उपयोग करें।
- बर्ड बाथ, फूलदान आदि में प्रत्येक सप्ताह पानी बदलें।
स्वयं बचाव के उपाय
- सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें ।
- दिन के समय मच्छरों के काटने से बचने के लिए पूरी आस्तीन के कपड़े पहने |
- बुखार आने पर पैरासिटामोल का सेवन करें।
क्या न करें
- घर मे या घर के आस पास कूलर, बाल्टी, बैरल, फूलदान, बर्ड बाथ, फ्रीज़, टायर व नारियल के खोल में पानी जमा न होने दें।
- टूटे बर्तन, अनुपयोगी बोतल, टिन, पुराने टायर, और कबाड़ को घर मे न जमा होने दे और न ही घर के पास उन्हें फेंकें। उक्त चीज़ों का उचित निस्तारण सुनिश्चित कराएं ताकि उसमे मच्छरों की ब्रीडिंग न हो पाए।
- बुखार होने पर एस्प्रिन का सेवन न करें।









