
यूपी के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक गुरूवार को गाजियाबाद के हिंडन स्थित मोर्चरी की जांच करने पहुंचे. डिप्टी सीएम का यह दौरा बिल्कुल औचक था जिसकी किसी को भनक तक नहीं थी. मोर्चरी की शुरूआती जांच में बदहाल व्यवस्थाओं को देखकर उन्होंने नाराजगी जाहिर की और फोन पर ही सीएमओ की क्लास लगा दी. डिप्टी सीएम ने सीएमओ को व्यवस्थाओं में सुधार लाने के निर्देश भी दिए.
दरअसल, ब्रजेश पाठक का इस तरह का यह कोई पहला दौरा नहीं है. वो आए दिन जिला अस्पतालों पर औचक निरिक्षण के लिए पहुंचते हैं और स्वास्थ्य विभाग के स्टाफ को चौंका देते हैं. डिप्टी सीएम का यह अंदाज जहां एक तरफ लोगों को पसंद आता है तो वहीं उनके औचक दौरे से स्वस्थ्य विभाग के अधिकारियों में सक्रियता के साथ काम करने का भय भी बना रहता है.
गुरूवार को यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने दिल्ली से गाजियाबाद का सफर मेट्रो में किया. मेट्रो में उन्हे सीट नहीं मिली तो डिप्टी सीएम खड़े रहे और अपना सफर पूरा किया. ब्रजेश पाठक बिना प्रोटोकॉल, बिना सूचना गाजियाबाद के सरकारी अस्पताल छापा मारने गए थे. सफर के दौरान कुछ यात्रियों ने उन्हें पहचान भी लिया बावजूद इसके वो बिल्कुल आम आदमी की तरफ खड़े होकर दिल्ली से गाजियाबाद तक का सफर किया और हिंडन स्थित मोर्चरी पर छापा मारा.
प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था की खामियों को दूर करने के लिए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहे हैं. कभी वो एक आम आदमी की तरह गाड़ी चलकर अचानक किसी जिला अस्पताल पहुंच जाते हैं तो कभी मेट्रो में खड़े होकर सफर करते हुए किसी मोर्चरी की व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंच जाते हैं.
यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने दिल्ली से गाजियाबाद का सफर मेट्रो में किया। मेट्रो में उन्हे सीट नहीं मिली तो डिप्टी सीएम खड़े रहे और अपना सफर पूरा किया।पाठक बिना प्रोटोकॉल बिना सूचना गाजियाबाद के सरकारी अस्पताल छापा मारने गए थे।सफर के दौरान कुछ यात्रियों ने उन्हें पहचान लिया pic.twitter.com/C8iAzwllO2
— भारत समाचार (@bstvlive) August 18, 2022
एक जनप्रिय और लोकहितों के लिए समर्पित नेता में यही गुण होने भी चाहिए. बहरहाल, डिप्टी सीएम का अंदाज लोगों को बेहद पसंद आता है और अगर अपने इन औचक छापों ने डिप्टी सीएम ने लोगों में मन में नायक की छवि उकेर पाने में सफल रहे हैं.