प्राइमरी स्कूल के हैडमास्टर के घिनौने कृत्य के बावजूद, हाथोंहाथ मिल गयी जमानत

हैडमास्टर मुहम्मद इकबाल को जमानत मिल गई है. मिली जानकारी के अनुसार बेसिक शिक्षा अफसरों व पुलिस की सांठगांठ से कमजोर धाराओं में केस लगाने की वजह से आरोपी को जमानत मिली

उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक सरकारी स्कूल में दिव्यांग बच्चे को जबरन मीट खिलाने का मामला सामने आया था. दिव्यांग बच्चे ने जब इसकी जानकारी परिजनों को दी तो हंगामा हो गया. उसके बाद परिवार वाले बच्चे को लेकर थाने पहुंच गए. वही हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने आरोपी प्रिंसिपल को हिरासत में ले लिया.. शिकायत शिक्षा विभाग के अधिकारियों से भी की गई, जिसके बाद उन्हें सस्पेंड करते हुए विभागीय जांच के आदेश दिए गए थे..

वही अब इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है. आरोपी हैडमास्टर मुहम्मद इकबाल को जमानत मिल गई है. मिली जानकारी के अनुसार बेसिक शिक्षा अफसरों व पुलिस की सांठगांठ से कमजोर धाराओं में केस लगाने की वजह से आरोपी को जमानत मिली है.. हैडमास्टर के इतने घिनौने कृत्य के बावजूद जमानत मिलना कहीं ना कहीं बेसिक शिक्षा अफसरों व पुलिस पर भी सवाल खड़े करता हैं .

क्या था मामला

मेरठ के वैदवाड़ा स्थित प्राइमरी स्कूल में 20 छात्र पढ़ते हैं। सोमवार को इनमें से छह छात्र ही आए थे जिनमें मात्र दो छात्र हिंदू थे। आरोप है कि हेडमास्टर ने दो छात्रों से होटल से मांसाहार मंगवाया और मिड-डे मील के साथ छात्रों को उसे खिलवाया। स्कूल में बुढ़ाना गेट जत्तीवाड़ा निवासी मानसिक रूप से दिव्यांग और उसका बड़ा भाई भी साथ में पढ़ता हैं। बड़े भाई ने आरोप लगाया कि उसने मांस खाने से मना कर दिया, लेकिन उसके दिव्यांग भाई ने जानकारी न होने पर उसे खा लिया। घर आने पर उसने परिजनों को यह बात बताई। बच्चे की बात सुनकर परिजन बच्चे को लेकर पहले स्कूल पहुंचे. उन्होंने वहां हंगामा किया. फिर वह बच्चे को लेकर थाने पहुंचे. बच्चे की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी प्रिंसिपल को हिरासत में लिया था….

Related Articles

Back to top button