
बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण के दौरान कहा कि सरकार मत्स्य पालन में शामिल लोगों को सक्षम बनाने के लिए 6,000 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ पीएम मत्स्य संपदा योजना के तहत एक उप-योजना शुरू करेगी. उन्होंने कहा कि बजट में पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान की अवधारणा की गई है जो पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए सहायता का एक पैकेज है.
उन्होंने कहा कि पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को एमएसएमई मूल्य श्रृंखला के साथ एकीकृत करते हुए अपने उत्पादों की गुणवत्ता, पैमाने और पहुंच में सुधार करने में सक्षम बनाएगी. वहीं बच्चों और किशोरों के लिए राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय की स्थापना उन्हें गुणवत्तापूर्ण पुस्तकों की उपलब्धता की सुविधा के लिए की जाएगी.
वित्त मंत्री ने कहा कि राज्यों को उनके लिए भौतिक पुस्तकालय स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. इसके अतिरिक्त, पढ़ने की संस्कृति का निर्माण करने और महामारी के समय सीखने के नुकसान की भरपाई के लिए, नेशनल बुक ट्रस्ट और चिल्ड्रन बुक ट्रस्ट और अन्य स्रोतों को क्षेत्रीय भाषाओं में और अंग्रेजी में गैर-पाठ्यक्रम शीर्षक प्रदान करने के लिए पुस्तकालयों को प्रोत्साहित किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि गैर सरकारी संगठनों के साथ सहयोग भी इस पहल का हिस्सा होगा. उन्होंने पूंजीगत व्यय पर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि 2023-24 के लिए पूंजी निवेश परिव्यय को 33 प्रतिशत बढ़ाकर 10 लाख करोड़ रुपये कर दिया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह भी कहा कि पीएम आवास योजना के लिए परिव्यय 66 प्रतिशत बढ़ाकर 79,000 करोड़ रुपये कर दिया गया है.









