
UPI बना रीटेल पेमेंट्स का सिरमौर, RTGS और NEFT ने भी पकड़ी रफ्तार
नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की FY2024-25 की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के डिजिटल भुगतान क्षेत्र ने जबरदस्त तेजी दिखाई है। कुल लेनदेन वॉल्यूम में 34.8% की सालाना वृद्धि दर्ज की गई, जबकि वैल्यू के लिहाज से 17.3% की ग्रोथ देखने को मिली।
🧾 डिजिटल पेमेंट्स FY25 में — मुख्य आंकड़े:
| श्रेणी | FY24 | FY25 | वृद्धि |
|---|---|---|---|
| कुल डिजिटल लेनदेन (वॉल्यूम) | — | — | 🔼 34.8% |
| कुल डिजिटल लेनदेन (वैल्यू) | ₹2,428.2 लाख करोड़ | ₹2,862 लाख करोड़ | 🔼 17.3% |
📊 रीटेल डिजिटल पेमेंट्स:
- UPI ट्रांजैक्शन वॉल्यूम में 41.7% वृद्धि
- UPI ट्रांजैक्शन वैल्यू में 30.3% वृद्धि
- रीटेल डिजिटल ट्रांजैक्शन का कुल वॉल्यूम: 2,222.9 करोड़
- कुल वैल्यू: ₹919.3 लाख करोड़
- UPI का वॉल्यूम में योगदान: 84%
🔍 अन्य भुगतान प्रणालियों का प्रदर्शन:
| मोड | वॉल्यूम ग्रोथ | वैल्यू ग्रोथ |
|---|---|---|
| RTGS | 🔼 12% | 🔼 17.8% |
| NEFT | 🔼 32.4% | 🔼 13.4% |
🏧 इंफ्रास्ट्रक्चर में भी हुआ विस्तार:
- PoS टर्मिनल्स बढ़कर 1.1 करोड़ (🔼 24.7%)
- UPI QR कोड बढ़कर 65.8 करोड़ (🔼 91.5%)
- PIDF योजना ने ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल स्वीकार्यता को बढ़ावा दिया
🪪 नए लाइसेंस और मंजूरी:
- 26 ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर्स को मंजूरी
- 6 क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट एग्रीगेटर्स
- 11 नॉन-बैंक PPI जारीकर्ता
- 1 TReDS इकाई और 1 व्हाइट लेबल ATM ऑपरेटर
💳 कार्ड ट्रांजैक्शन की स्थिति:
- कुल कार्ड ट्रांजैक्शन: बढ़कर 63.9 करोड़ (FY24 में 58.5 करोड़)
- क्रेडिट कार्ड: 34% की बढ़ोतरी
- डेबिट कार्ड: गिरकर 16.1 करोड़ (FY24 में 22.9 करोड़)
🔮 भविष्य की योजना:
- AI गवर्नेंस पर फोकस
- e-Kuber 3.0 (नई कोर बैंकिंग प्रणाली)
- क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर से साइबर सुरक्षा और ऑपरेशन क्षमता में सुधार
- फाइनेंशियल इन्क्लूजन और इनोवेशन को और गहरा करने की प्रतिबद्धता
डिजिटल इंडिया की दिशा में ऐतिहासिक कदम
RBI की रिपोर्ट भारत की तेजी से विकसित होती डिजिटल अर्थव्यवस्था का स्पष्ट संकेत देती है। डिजिटल भुगतान न केवल शहरों, बल्कि ग्रामीण और छोटे कस्बों तक पहुंच रहा है।









