कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर रोज़ नयी अपडेट सामने आ रही है। जहां राजस्थान में ड्रामे के बाद अशोक गहलोत की दावेदारी पर सवाल उठने लगे हैं। वहीं अब खबर आ रही है कि पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पार्टी अध्यक्ष पद के लिये अपनी उम्मीदवारी घोषित करने का निर्णय लिया है। दिग्विजय सिंह के करीबियों का कहना है कि अध्यक्ष चुनाव लड़ने का फैसला उन्होने अपनी स्वेच्छा से लिया है। गांधी परिवार या अन्य किसी ने भी उनको नामांकन के लिये बाध्य नहीं किया है।
सीईए के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने मंगलवार को एक बयान में बताया कि अभी तक केवल शशि थरूर और पवन बंसल ने ही सीईए से नामांकन फॉर्म प्राप्त किए हैं। पार्टी के कोषाध्यक्ष पवन कुमार बंसल ने केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण (सीईए) से नामांकन फॉर्म प्राप्त करने पर कहा कि वह अभी उम्मीदवार नहीं हैं वह अभी सिर्फ एक प्रस्तावक हैं।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम की भी अध्यक्ष पद के लिये चर्चा थी। मगर उनका कहना है कि वह केन्द्र में पार्टी का नेतृत्व नहीं करना चाहते हैं और मध्य प्रदेश की राजनीती में ही रहकर पार्टी की सेवा करते रहेंगे। राजस्थान के ड्रामें से पहले अशोक गहलोत को एक प्रबल दावेदार के रूप में देखा जा रहा था। लेकिन उनके समर्थक विधायकों की खुलेआम अवज्ञा से कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिये ‘प्लान बी’ के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया। फिर भी राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ही राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिये हाईकमान की पहली पसन्द बने हुये हैं।