
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर 4 के पास दो जर्जर तीन मंजिला मकान भारभाकर गिर पड़े। एक मकान के लोग घटना के बाद जहां आसानी से निकले तो वही एक परिवार के 8 सदस्य मकान के मलवे में फंस गए। जबकि मकान के बाहर ड्यूटी पर मौजूद एक महिला कांस्टेबल इसके जद में आकार बुरी तरह घायल हो गई।घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस टीम रेस्क्यू में जुट गई।
करीब 6 घंटे के रेस्क्यू के बाद एनडीआरएफ की टीम ने सभी को मलवे से निकला। वाराणसी पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के अनुसार दुर्घटना में घायलों को ईलाज के लिए कबीर चौरा अस्पताल भेजा गया, तो वही महिला कांस्टेबल की हालत गंभीर होने पर ईलाज के लिए ट्रामा सेंटर भेजा गया। वही इस दुर्घटना में घायल एक महिला प्रेम लता उम्र 40 वर्ष की ईलाज के दौरान मौत हो गई।

हादसे के बाद रास्ते को किया गया ब्लाक, 6 घंटे की रेस्क्यू कर मलवे से सभी को निकाला
विश्वनाथ धाम परिसर के ठीक बगल में तीन मंजिला मकान गिरने को लेकर एनडीआरएफ की टीम ने 6 घंटे तक रेस्क्यू चलाया। मकान के मलवे में दबे हुए सभी लोगो को निकालने के बाद एनडीआरएफ ने डॉग स्क्वायड की मदद से अन्य लोगो के दबे ना होने की बात कन्फर्म किया और इसके पश्चात रेस्क्यू समाप्त किया। वही रेस्क्यू के दौरान वाराणसी के बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर आने वाले मैदागिन के रास्ते को ब्लाक कर श्रद्धालुओं को डायवर्ट कर दिया गया।

वाराणसी में 50 से अधिक जर्जर मकान खतरे के निशान पर
बाबा श्री काशी विश्वनाथ धाम के पास हुए हादसा स्थल पर पहुंचे वाराणसी के कमिश्नर कैशल राज शर्मा ने बताया कि जो दो मकान गिरे है, वह करीब 70 से 80 साल पुराने मकान थे। वाराणसी नगर निगम में ऐसे करीब 50 से अधिक मकान है, जो जर्जर हालत में है। काशी पुराना शहर के साथ सकरी गलियों का शहर है। जहां के मकान एक दूसरे से पूरी तरह जुड़े हुए है। ऐसे में यदि एक मकान जर्जर होकर गिरता है, तो दूसरा भी गिर जाता है।

वाराणसी नगर निगम और वीडीए की टीम के द्वारा सभी जर्जर मकानों को दुरुस्त करवाने का निर्देश मकान मालिकों को दिया जा रहा है। यदि कोई मकान मालिक को मकान री कंट्रेक्शन करवाने के लिए रोकता है, तो उसके लिए हेल्प लाइन नंबर जारी किया जाएगा, जिस पर मकान मालिक अपनी शिकायत कर सकता है। गंगा नदी के 200 मीटर के दायरे में किसी नए मकान के बनाए जाने की रोक है, लेकिन जिनका मकान बना है उसे रिपेयर करवाया जा सकता है। इसमें लोगो को भ्रमित होने की कोई जरूरत नहीं है और लोगो को जागरूक करने के लिए नगर निगम और वीडीए के द्वारा अभियान चलाए जाने का निर्देश दिया गया है।









