मैनपुरी उपचुनाव पर डिंपल यादव, बोली- ये चुनाव नेताजी के सम्मान का है, मुझे उम्मीद है कि आप मुझे चुनाव जिताएंगे

मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी व डिम्पल यादव ने कहा मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव नेताजी और जनता का है। मैनपुरी सपा कार्यालय पर पार्टी की महिला नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि आप सब मुझे ये चुनाव जिताएंगे। भाजपा पर हमलावर होते हुए डिंपल ने कहा कि आज महंगाई चरम पर है सिलेंडर 1100 रुपयों में हो गया है। एक गृहणी के लिए यह सब कितना मुश्किल होता है।

डिंपल यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार ने गर्भवती महिलाओं के लिए एम्बुलेंस सेवा शुरू कराई थी, कन्या विद्या धन की शुरुआत की थी। मौजूदा भाजपा सरकार सिर्फ बड़े-बड़े दावे करती है और जनता को धोखा देती है। उन्होंने कहा कि ये चुनाव नेताजी के सम्मान का चुनाव है। मुझे उम्मीद है कि आप सब उनका सम्मान रखेंगे। नेताजी ने सदैव सबका सम्मान रखा था, उनकी सोच और विचारों को हम सब आगे लेकर जाएंगे।

डिम्पल यादव ने कहा कि मैं चाहती हूं कि हर बूथ पर एक महिला हो। पुरुषों से ज्यादा महिलाएं आगे रहें। मेरा उद्देश्य है कि मैं आपसे सीधे जुड़ सकूं। जिसके लिए मैं एक नंबर भी जारी करूंगी। इसके पश्चात् उन्होंने एक नम्बर भी जारी किया और महिलाओं से आग्रह किया कि वह सभी इसके माध्यम से उनसे जुड़ सकती हैं। वहीं बिधूना विधायक श्रीमती रेखा वर्मा जी ने कहा कि नेताजी को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब सब साइकिल का बटन दबाकर श्रीमती डिम्पल जी को भारी मतों से विजयी बनाएंगे।

मैनपुरी का जातिगत समीकरण

डिंपल कितना कमाल कर पाएंगी ये आने वाले वक्त में ही पता लग पाएगा। डिंपल यादव इससे पहले कन्नौज से दो बार सांसद रह चुकी है। इस उनके उपर जिम्मेदारी बड़ी दी गई है। मैनपुरी लोकसभा सीट के जातिगत समीकरण की बात करें तो मैनपुरी में सबसे ज्यादा यादव वोटर्स हैं। सपा के इस गढ़ में यादव वोटरों की संख्या करीब 4.25 लाख है।

यादव वोटर्स के बाद शाक्य वोटर्स का इस सीट पर दबदबा है। इस सीट पर शाक्य वोटर्स की संख्या करीब 3.25 लाख है। इसी जातिगत समिकरण को ध्यान में रखते हुए बीजेपी नें शाक्य जाति के उम्मीदवार पर भरोसा जताया है।

इस लोकसभा सीट पर ब्राह्मण वोटर्स की संख्या करीब 1.10 लाख है। इसके अलावा दलित वोटर्स की संख्या 1.20 लाख और लोधी वोटर्स की संख्या एक लाख के आसपास है।इन सबके बाद मैनपुरी सीट पर मुस्लिम वोटर्स का नंबर आता है। यहां मुस्लिम वोटर्स की संख्या करीब 55 हजार है।

मैनपुरी में 1996 से रहा है सपा का दबदबा

मैनपुरी लोकसभा सीट पर 1996 से अभी समाजवादी पार्टी को कोई हरा नही पाया है। ऐसे में डिंपल के लिए ये एक बड़ी चुनौती है। वही बीजेपी ने जो जातिय समीकरण खेला है उससे यही पता लगता है कि भाजपा किसी भी मामले में पीछे नही रहेगी। यही कारण है कि यादव के बाद सबसे ज्यादे शाक्य है और बीजेपी ने शाक्य जाति के कैंडिडेट पर भरोसा जताया है। आपको बता दें कि पांच बार खुद मुलायम सिंह यहां से सांसद चुने गए थे, इसके अलावा मुलायम परिवार के ही तेज प्रताप सिंह यादव, धर्मेंद्र यादव एक-एक बार यहां से जीत चुके हैं। दो बार सपा के टिकट पर ही बलराम सिंह यादव ने यहां से चुनाव जीता था।

डिंपल के पक्ष में कौन सी बातें ?

सपा ने काफी सोच समझकर डिंपल यादव को मैदान में उतारा है। माना जा रहा है कि नेताजी मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद से डिंपल को चुनाव में सहानुभूति मिल सकती है। वही कल सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पीसी के दौरान कहा कि ये चुनाव में सपा की जीत मुलायम सिंह यादव को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इससे साफ होता है की समजवादी पार्टी ये उपचुनाव सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के नाम पर ही लड़ेगी देखने वाली बात होगी कि ये उप चुनाव क्या नया अध्याय लिखता है।

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