बागपत; नगर पालिका बड़ौत क्षेत्र में एक करोड़ 65 लाख की लागत से बन रही एक कान्हा गौशाला का शनिवार को डीएम बागपत ने निरीक्षण किया. गौशाला के निर्माण में घटिया सामग्री के इस्तेमाल और शासकीय गौशालाओ की आकृति में नहीं बनाए जाने पर उन्होंने नाराजगी जताई. साथ ही मामले की जाँच के लिए एक कमेटी गठित की. उन्होंने कहा कि जांच में दोषी पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई कर रिकवरी की जाएगी.
दरअसल, नगर पालिका बड़ौत क्षेत्र में निर्माणधिन कान्हा गौशाला का आज डीएम ने निरीक्षण किया था. वहां पर घटिया सामग्री का इस्तेमाल होने व सही से गौशाला नहीं बनाने पर डीएम ने नाराजगी जाहिर की. डीएम जेपी सिंह ने बताया कि नगर पालिका बड़ौत क्षेत्र में एक वृहद गौशाला का निर्माण स्वम् नगर पालिका कार्यदायी संस्था के रूप में किया जा रहा है. यह परियोजना 1.60 करोड़ से ऊपर की है ओर परियोजना को अप्रैल 2020 में शुरू होना दिखाया गया है. अभी अगस्त 2023 में हम लोग खडे हुए हैं ये अभी तक पूरी नहीं हुई.
डीएम ने बताया कि आज हमने यहाँ चार ईंटों को टेस्ट किया तो चारों ईंटे टूट गईं. इससे ये पता चलता है कि ईंट खराब क्वालिटी की हैं. तीसरा इस गौशाला की जोन बाउंड्री वाल वो 9 फीट है, इसके दो नुकसान हैं एक तो एयर सरकुलेशन रुकेगा. दूसरा जो इन्वेशटमेंट बाउंड्री वाल में हुआ उससे धन की बर्बादी है. चौथा जो इसकी डिजाइन और आकृति है वो शासकीय गौशाला की नहीं है. इस विषय में एक जांच कमेटी बनाई गई है जो जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी और इसमें अगर लापरवाही व पैसे की बंदरबाट हुआ है तो संबंधित से रिकवर किया जाएगा.